Blind Oil पर लगाम तो सरसों तेल का बढ़ा दाम, एक माह में 30 रुपये हुई बढ़ोतरी
अभी तक कुछ कंपनियां ब्लाइंडिंग तेल पर लगाम तो सरसों तेल का बढ़ा दाम एक माह में 30 रुपये हुई बढ़ोतरी तेल को सरसों तेल के नाम पर पैकिंग कराकर बाजार में बेचती थीं।
वाराणसी, जेएनएन। पिछले एक माह में सरसों तेल के दाम में करीब 30 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। इससे गृहणियों की रसोई का बजट बिगड़ रहा है। पिछले माह जहां सरसों का तेल फुटकर में 110-115 रुपये प्रति लीटर बिक रहा था, जो वर्तमान में 135-140 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। विश्वेश्वरगंज किराना मंडी के थोक तेल व्यवसायी दिलीप जायसवाल ने बताया कि मंडी में 115-120 रुपये लीटर तेल का भाव है। फुटकर दुकानदार एमआरपी पर बिक्री करते हैं। हालांकि इधर एक माह से स्टैंडर्ड तेल के दामों में कुछ इजाफा हुआ है जिसके पीछे कई कारण है।
ब्लाइंडिंग तेलों पर लगी लगाम
थोक व्यवसायी दिलीप जायसवाल ने बताया कि अभी तक कुछ कंपनियां ब्लाइंडिंग तेल पर लगाम तो सरसों तेल का बढ़ा दाम, एक माह में 30 रुपये हुई बढ़ोतरी तेल को सरसों तेल के नाम पर पैकिंग कराकर बाजार में बेचती थीं। पिछले माह कानपुर में कुछ स्थानों पर छापेमारी में इस बात का खुलासा हुआ। दरअसल तेल निर्माता कंपनियों को सरकार ने दो तरह का लाइसेंस दिया था। एक जिसमें 60 फीसद राइस ब्रान और 40 फीसद सरसों तेल व दूसरा 40 फीसद राइस ब्रान और 60 फीसद सरसों तेल हो। नियमों के मुताबिक इन तेलों को ब्लाइंडिंग तेल पर लगाम तो सरसों तेल का बढ़ा दाम, एक माह में 30 रुपये हुई बढ़ोतरी तेल के नाम पर बेचने का आदेश था, लेकिन कंपनियां इन तेलों को सरसों का तेल बताकर बाजार में बेचती थीं। छापेमारी के बाद ऐसी कंपनियों का लाइसेंस रद कर दिया गया। ऐसे में शेष कंपनियों ने भी स्वयं से अपना लाइसेंस सरेंडर कर दिया है। इसके चलते अब बाजार में केवल सरसों का तेल ही आ रहा है जो ब्लाइंडिंग तेल पर लगाम तो सरसों तेल का बढ़ा दाम, एक माह में 30 रुपये हुई बढ़ोतरी तेल के मुकाबले महंगा है।
सरकार ने बढ़ाया सरसों का समर्थन मूल्य
थोक व्यवसायी दिलीप ने बताया कि सरकार ने सरसों का समर्थन मूल्य भी बढ़ा दिया है। इससे किसानों को तो लाभ हुआ है, लेकिन समर्थन मूल्य बढऩे से आम जनमानस की रसोई का बजट बिगड़ रहा है।