वाराणसी : जैतपुरा थाना क्षेत्र के औसानगंज में हुई हत्या के मामले में दूसरे आरोपी हिस्ट्रीशीटर अमरनाथ यादव उर्फ बाले ने भी सोमवार को पुलिस को चकमा दे कोर्ट में समर्पण कर दिया। सीजेएम जेपी यादव ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। आरोपी ने समर्पण के लिए तीन मई को ही अधिवक्ता अजय कुमार गेठे के जरिए सीजेएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। इस मामले में मुख्य आरोपी श्रेयस पाडेय उर्फ पंडित पहले ही अदालत में समर्पण कर चुका है जबकि पुलिस हाथ मलती रही।
प्रार्थना पत्र में आरोपी अमरनाथ यादव उर्फ बाले की ओर से कहा गया है कि जैतपुरा में हुए हत्याकाड में परेशान करने की नीयत से उसका भी नाम शामिल किया गया है। वाछित होने के बाबत थाना से आख्या मंगाने की अपील करते हुए यह भी कहा गया कि प्रकरण में वह समर्पण करने को तैयार है। अदालत ने प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए जैतपुरा पुलिस को रिपोर्ट देने का आदेश दिया। इसी प्रकरण में मुख्य आरोपी श्रेयस पाडेय दूसरे आपराधिक मामले में जमानत तुड़वाकर तीन मई को ही जेल चला गया था। सोमवार को जेल से उसे तलब कर हत्याकाड मामले में न्यायिक रिमाड बनाया गया। उधर, जैतपुरा थाना प्रभारी विजय कुमार चौरसिया का कहना है कि बाले यादव की दवा की दुकान भी जल्द पुलिस बंद कराएगी। वह किराएदारों के दम पर सवा लाख रुपये की हर महीने कमाई करता है। सभी किराएदारों को नोटिस देने के बाद आर्थिक व्यवस्था डगमगाने से वह बेहद परेशान था। इसके चलते आत्मसमर्पण करना पड़ा। अन्य आरोपियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
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