वाराणसी में चक्रवात को देखते हुए नगर निगम ने शुरू की चोक नाले की सफाई
चक्रवात को देखते हुए निगम ने तैयारी शुरू कर दी है। नगर में चोंक नाले को साफ किया जा रहा है। चक्रवात का बनारस में प्रभाव के दौरान भारी वर्षा की आशंका जताई जा रही है। उसको लेकर नगर के कई इलाकों में जलजमाव से जनजीवन प्रभावित हो सकती है।
वाराणसी, जेएनएन। चक्रवात को देखते हुए नगर निगम ने तैयारी शुरू कर दी है। नगर में चोंक नाले को साफ किया जा रहा है। चक्रवात का बनारस में प्रभाव के दौरान भारी वर्षा की आशंका जताई जा रही है। उसको लेकर नगर के कई इलाकों में जलजमाव से जनजीवन प्रभावित हो सकती है। जानमाल का क्षति हो सकती है। इस विषम परिस्थिति से निपटने के लिए नगर निगम नालों की सफाई शुरू कर दी है।
नगर आयुक्त गौरांग राठी के निर्देश पर नगर निगम जलकल वह जल निगम की संयुक्त टीम बनाई गई है। तूफान के दौरान जन सुविधा को लेकर कोई परेशानी होती है उसे तुरंत दुरुस्त किया जाएगा। नगर निगम की ओर से जनसाधारण के लिए सूचना प्रसारित कराई जा रही है। इसके तहत स्मार्ट सिटी कमांड एंड कंट्रोल रूम से चौराहों पर लगे लाउडस्पीकर से जानकारी दी जा रही है। नगर निगम ने अधिकृत व्हाट्सएप ग्रुप व अन्य इंटरनेट मीडिया के माध्यम से नगरवासियों को सचेत करने का काम किया जा रहा है। सीवर ओवरफ्लो, गलियों में भारी जलजमाव से राहत देने के लिए संसाधनों का इस्तेमाल किया जाएगा अधिक क्षमता के वाटर पंप जेटिंग मशीन आदि जोनवार रख दिए गए हैं।
बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात यास का असर बनारस में बदले मौसम के रूप में भी देखने को मिल सकता है। 26 मई की शाम या रात से तेज हवाओं के साथ ही वर्षा की संभावना है। बहुत तेज हवाएं चलेंगी और मूसलाधार बारिश भी हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस दौरान 35 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। वहीं, यास का प्रभाव 28 मई तक बना रहेगा। पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 26 से 28 मई के बीच धूल भरी आंधी चलने और बारिश होने के आसार हैं। पूर्वांचल में 26 से 28 मई के बीच कहीं हल्की तो कहीं सामान्य बारिश हो सकती है।