मुकदमा दर्ज होने के बाद फिर चर्चा में आए मुख्तार के दोनों पुत्र अब्बास और उमर अंसारी
लखनऊ में दर्ज हुए मुकदमे के बाद अब्बास व उनके छोटे भाई उमर अंसारी एक बार फिर चर्चा में हैं। शस्त्र लाइसेंस के मामले में धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज हुआ।
गाजीपुर [जितेद्र यादव]। बाहुबली विधायक पिता मुख्तार अंसारी पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने की कोशिश अब्बास अंसारी कर रहे हैं लेकिन लखनऊ में दर्ज हुए मुकदमे के बाद अब्बास व उनके छोटे भाई उमर अंसारी एक बार फिर चर्चा में हैं। हालांकि गाजीपुर में उनका कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है, लेकिन काजल की कोठरी में रहकर भला कालिख से कैसे बच सकते हैं। बाहुबली पिता के आपराधिक साम्राज्य व काली कमाई से ही अंसारी खानदान के इस वंश बेल के राजनीतिक कैरियर को खाद-पानी मिल रहा है।
हार गए थे पहला चुनाव
अब्बास अंसारी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम ऑनर्स की डिग्री ली है। पहले वह परिवार की पार्टी कौमी एकता दल में सक्रिय हुए। 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और कौमी एकता दल के बीच विलय पर बात नहीं बनने के बाद मुख्तार के परिवार ने बीएसपी का दामन थामा। बीएसपी से अब्बास को घोसी विधानसभा सीट से टिकट मिला लेकिन वह चुनाव हार गए, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी है। अपने क्षेत्र में सक्रिय रहते हैं।
एक लाइसेंस पर कई शस्त्र रखने का आरोप
अब्बास अंसारी पर एक लाइसेंस पर कई शस्त्र रखने का आरोप लगा था। इस मामले में लखनऊ के महानगर कोतवाली में अब्बास के खिलाफ शस्त्र लाइसेंस के मामले में धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज हुआ। यूपी पुलिस ने दिल्ली पुलिस के साथ छापेमारी कर अब्बास अंसारी के दिल्ली के बसंत कुंज स्थित घर से कई देशी व विदेशी असलहे और हजारों कारतूस बरामद किए। इसमें इटली की डबल बैरल बंदूक, मेरठ से खरीदी गई यूएस मेक रिवॉल्वर, दिल्ली से खरीदी गई डबल बैरल गन, स्लोवेनिया से मंगवाई गई सिंगल बैरल गन, लखनऊ से खरीदी गई साउथ कैटाफिल की मैगनम राइफल, सात अलग-अलग बोर के बैरल, आस्ट्रिया की तीन पिस्टल की बैरल, दो मैगजीन, एक लोडर व अलग-अलग बोर के चार हजार 331 कारतूस मिले थे। यूपी पुलिस सारे असलहे लखनऊ ले आई थी।