ठाकुरजी की जमीन से हटे मुख्तार अंसारी का कब्जा, 15 दिन बाद कार्रवाई का आश्वासन
मऊ के मौजा जहांगीराबाद स्थित ठाकुर जी की जमीन पर विधायक मुख्तार अंसारी गिरोह के भू-माफिया गणेशदत्त मिश्र सहित गुर्गों का अवैध कब्जा है। इस मामले में एफआइआर भी दर्ज है परंतु अभी तक प्रशासन भूमि खाली नहीं करा पाया है।
मऊ, जेएनएन। नगर के मौजा जहांगीराबाद स्थित ठाकुर जी की जमीन पर विधायक मुख्तार अंसारी गिरोह के भू-माफिया गणेशदत्त मिश्र सहित गुर्गों का अवैध कब्जा है। इस मामले में एफआइआर भी दर्ज है परंतु अभी तक प्रशासन भूमि खाली नहीं करा पाया है। जमीन को कवैध कब्जा से मुक्त करने की मांग को लेकर विश्व हिंदू महासंघ के कार्यकर्ता पूर्व की घोषणा के अनुसार अनशन करने पहुंचे, मगर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था से लैश प्रशासन ने उन्हें 15 दिन बाद कार्रवाई का आश्वासन देकर मना लिया।
महासंघ की गौरक्षा सेवा समिति के जिलाध्यक्ष देवेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सोमवार को उसी स्थल पर पूर्व की घोषणा के अनुसार अनशन करने की घोषणा की थी। घोषणा के अनुसार कार्यकर्ता पहुंचे और ठाकुरजी की जमीन पर धरने पर बैठ गए। हालांकि उनकी घोषणा को देखते हुए प्रशासन सतर्क था, मौके पर इस दौरान सुरक्षा के मद्देनजर कई थानों की पुलिस संग पीएसी भी तैनात रही। विश्व हिंदू महासंघ के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट को आठ सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। इस दौरान प्रशासन ने त्योहारों के मद्देनजर 15 दिन की मोहलत मांगी और 15 दिन बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब कार्यकर्ताओं ने अनशन का कार्यक्रम स्थगित कर दिया। ङ्क्षहदू युवा वाहिनी के पूर्व अध्यक्ष भाजपा नेता सुजीत सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भू-माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई करने का सख्त आदेश है। यहां प्रशासन एफआइआर तो दर्ज कर लिया है परंतु अवैध कब्जा हटाने की हिम्मत नहीं जुटा रहा है। जबकि नगर क्षेत्र में बीते दो माह पूर्व धड़ाधड़ कार्रवाई की गई परंतु इस धार्मिक जमीन को उपेक्षित छोड़ दिया गया। देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन की इसी तरह के लापरवाह रवैये के चलते भू-माफियाओं का मनोबल बढ़ रहा है। किसी सामान्य आदमी की जमीन पर कब्जा की शिकायत मिल जाती है तो प्रशासन तुरंत संज्ञान लेता है परंतु माफिया के गुर्गों के विरुद्ध कार्रवाई करने से प्रशासन भयभीत है। कहा कि अगर प्रशासन जल्द धार्मिक जमीन को कब्जे से मुक्त नहीं करता है तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक इस मसले को पहुंचाया जाएगा। धरने में संजय सिंह, शैलेंद्र सिंह, रामसमुझ मौर्य, शक्ति सिंह, लव सिंह, वीरेंद्र सिंह आदि शामिल थे।