Move to Jagran APP

मीटर रीडिंग करने वाली कंपनी के ज्यादातर कर्मचारी कोविड पॉजिटिव, फोन पर बताएं रीडिंग और पाएं बिल

कोरोना महामारी के कारण बिजली विभाग के मीटर रीडर इन दिनों नॉन-स्मार्ट मीटर की रीडिंग नहीं कर रहे हैं। जिस कारण करीब साढ़े तीन लाख उपभोक्ताओं का अप्रैल का बिल नहीं जेनरेट हो सका है। जिस कारण उपभोक्ताओं को बिल जमा करने में परेशानी हो रही है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 17 May 2021 01:48 PM (IST)Updated: Mon, 17 May 2021 01:48 PM (IST)
मीटर रीडिंग करने वाली कंपनी के ज्यादातर कर्मचारी कोविड पॉजिटिव, फोन पर बताएं रीडिंग और पाएं बिल
कोरोना महामारी के कारण बिजली विभाग के मीटर रीडर इन दिनों नॉन-स्मार्ट मीटर की रीडिंग नहीं कर रहे हैं।

वाराणसी, जेएनएन। कोरोना महामारी के कारण बिजली विभाग के मीटर रीडर इन दिनों नॉन-स्मार्ट मीटर की रीडिंग नहीं कर रहे हैं। जिस कारण करीब साढ़े तीन लाख उपभोक्ताओं का अप्रैल  का बिल नहीं जेनरेट हो सका है। जिस कारण उपभोक्ताओं को बिल जमा करने में परेशानी हो रही है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक मीटर रीडिंग करने वाली कंपनी के ज्यादातर कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव है। वह स्वास्थ्य लाभ के लिए छुट्टी पर चल रहे हैं। इस कारण लगभग 60-70 फीसद उपभोक्ताओं का बिल नहीं बन सका है। ऐसे में अब बिजली विभाग के उच्चाधिकारियों ने योजना बनाई है कि उपभोक्ता घर से फोन पर अपना मीटर रीडिंग बताएंगे और 15 मिनट में उनका बिल बनाकर उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेज दिया जाएगा। 

loksabha election banner

उपभोक्ताओं को अपनानी होगी यह प्रक्रिया

नॉन-स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ताओं को अपना बिल बनवाने के लिए क्षेत्र के जेई और अपने उपखंड के एसडीओ के मोबाइल नंबर पर एकाउंट आईडी या कंज्यूमर नंबर, वर्तमान मीटर रीडिंग, पंजीकृत मोबाइल नंबर को भेजना होगा। या फिर उनको सम्बंधित जानकारी फोन पर दर्ज कराना होगा। उसके 15 मिनट बाद सम्बंधित उपभोक्ता का बिल बनाकर पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस द्वारा भेजा जाएगा। 

स्पष्ट मीटर रीडिंग न होने की दशा में मीटर का पांच मिनट का भेजना होगा वीडियो

यदि किसी उपभोक्ता को अपना वर्तमान मीटर रीडिंग देखने नहीं आ रहा है तो वह मीटर का पांच मिनट का वीडियो बनाकर जेई और एसडीओ के व्हाट्सएप नंबर पर भेज सकता है। जेई और एसडीओ वीडियो देखकर उपभोक्ता के वर्तमान रीडिंग से उसका बिल बनाएंगे।

करना होगा ऑनलाइन भुगतान

बिल बनने के बाद उपभोक्ता अपने बिल का ऑनलाइन भुगतान कर सकते है। उसमें भी यदि किसी उपभोक्ता को परेशानी हो तो वह सम्बंधित क्षेत्र के जेई और एसडीओ से संपर्क करके अपनी समस्या का समाधान कर सकता है। 

बोले अधिकारी

महामारी के कारण अप्रैल में नॉन-स्मार्ट मीटर के उपभोक्ताओं की रीडिंग नहीं हो सकी है। सर्किल प्रथम और द्वितीय के अधीक्षण अभियंताओं को निर्देश दिया गया है कि सभी अधिशासी अभियंताओं को आदेश जारी करें कि वह अपने क्षेत्र के जेई और एसडीओ से उपभोक्ताओं का बिल फोन पर बनवाएं। जिससे कि उपभोक्ता उसका ऑनलाइन भुगतान कर सकें। - मनोज कुमार अग्रवाल, मुख्य अभियंता, पुविविनिली।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.