दो लाख से ज्यादा बच्चों ने जाने अपने अधिकार, प्रतियोगिता बनीं जागरूकता के माध्यम
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के निर्देश पर 20 से 26 जनवरी तक बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सप्ताह का आयोजन किया गया।
वाराणसी, जेएनएन। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के निर्देश पर 20 से 26 जनवरी तक 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ सप्ताह' का आयोजन किया गया। छह दिनों में हर दिन अलग-अलग आयोजन हुए जिसमें बड़ी संख्या में स्कूलों व वहां के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इस अभियान से विभाग ने स्कूल व कालेज जाने वाली दो लाख से ज्यादा लड़कियों को उनके अधिकार, सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि की जानकारी दी। अगर किसी के साथ हिंसा हो रही है तो वह कहां और कैसे शिकायत करें इसको भी बताया गया।
ये हुए आयोजन
-शपथ ग्रहण समारोह व हस्ताक्षर अभियान में 1925 विद्यार्थी हुए शामिल।
-प्रभात फेरी व रैली में शामिल हुए स्कूल 447 एवं 168308 बच्चे।
-820 आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने डोर टू डोर किया प्रचार।
-सिगरा स्टेडियम में पेंटिग प्रतियोगिता के साथ ही विभिन्न खेलों के आयोजन में छह विद्यालयों के 1500 से ज्यादा बालिकाओं ने लिया हिस्सा। इसी दिन जनवरी में जन्मी चयनित बच्चियों को बेबी किट व ऐसी कुछ माताओं को सम्मानित किया गया जिन्हें जनवरी 2020 में बेटी का जन्म हुआ था।
-जिले के 612 सरकारी व निजी विद्यालयों में 84335 छात्राओं को आत्मरक्षा का दिया गया प्रशिक्षण।
-वाराणसी के 875 सरकारी व निजी विद्यालयों में अध्ययनरत 20621 बच्चों के मध्य बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ थीम पर पेंटिंग प्रतियोगिता हुई।
-महिलाओं से जुड़े कानून एवं कल्याणकारी योजनाओं पर गोष्ठी। बाल विवाह, कन्या सुमंगला योजना, बालश्रम, कन्याभ्रूण हत्या, 181 महिला हेल्पलाइन, 1098, 1090 की जानकारी दी गई।
-जनपद के सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पीसीपीएनडीटी अधिनियम व एमटीपी अधिनियम पर गोष्ठी।
-गणतंत्र दिवस के अवसर पर महिला कल्याण विभाग, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की थीम पर 1326 विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन जिसमें शामिल हुए 277590 बच्चे।
हेल्पलाइन नंबरों का डेमो करके भी दिखाया गया
इस अभियान में स्कूलों में लड़कियों के बीच 1098, 181 आदि हेल्पलाइन नंबरों का डेमो करके भी दिखाया गया।
-निरुपमा सिंह, बाल संरक्षण अधिकारी।
इस तरह की गतिविधि अभी संचालित होगी
वार्षिक योजना के तहत इस तरह की गतिविधि अभी संचालित होगी। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ सप्ताह में अब तक का वृहद आयोजन हुआ। नुक्कड़ नाटक भी किया गया। इसमें जो लड़कियां खेल में विजयी रहीं उनके एकाउंट नंबर पर पुरस्कार धनराशि जमा की जाएगी। उस वक्त उनके पास एकाउंट नंबर नहीं था।
- प्रवीण कुमार त्रिपाठी, जिला प्रोबेशन अधिकारी।