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फोरेंसिक टीम और डाग स्क्वाएड ने साहूकार की हत्‍या की वजहों को तलाशा, परिजनाें को करीबी पर शक

सूद पर पैसा बांटने व पशुओं की खरीद-बिक्री करने वाले मुर्दी चोलापुर निवासी सत्यदेव यादव की नृशंस तरीके से सोमवार देर रात हत्या कर दी गई।

By Edited By: Published: Wed, 06 Nov 2019 01:51 AM (IST)Updated: Wed, 06 Nov 2019 08:12 AM (IST)
फोरेंसिक टीम और डाग स्क्वाएड ने साहूकार की हत्‍या की वजहों को तलाशा, परिजनाें को करीबी पर शक
फोरेंसिक टीम और डाग स्क्वाएड ने साहूकार की हत्‍या की वजहों को तलाशा, परिजनाें को करीबी पर शक

वाराणसी, जेएनएन। सूद पर पैसा बांटने व पशुओं की खरीद-बिक्री करने वाले मुर्दी चोलापुर निवासी सत्यदेव यादव की नृशंस तरीके से सोमवार देर रात हत्या कर दी गई। सत्यदेव का शव घर से आधा किलोमीटर दूर फूलपुर थाना क्षेत्र के भानपुर में एक खेत में मिला। हत्या की सूचना पाकर एसपी ग्रामीण एमपी सिंह समेत आसपास के थानों की फोर्स पहुंच गई। पुलिस इस मामले में चार लोगों को हिरासत में ली है। मंगलवार सुबह ग्रामीण खेतों की ओर निकले तो एक खेत में नग्न अवस्था में औंधे मुंह पड़े अधेड़ का शव देख ठिठक गए।

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मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को सीधा किया तो लोगों ने उसकी शिनाख्त सत्यदेव यादव के रूप में की। सूचना पर परिजन भी मौके पर आ गए। हालत देखकर कांप उठे लोग शव की हालत देख मौजूद लोग कांप उठे। पंजे के ऊपर और घुटने के नीचे बिजली के झटके से चमड़ी जल गई थी और हड्डी बाहर आ गई थी। सिर, गले व हाथ पर चोट के निशान थे। लग रहा था राड से मारा गया था। उसके संवेदनशील अंग से भी खून रिस रहा था।

घर के पीछे शौचालय की छत पर मिले कपड़े : पुलिस ने मौके पर फोरेंसिक टीम व डाग स्क्वाएड को बुलाया। पूछताछ में भाई सत्यनारायण यादव ने बताया कि सोमवार देर रात साढ़े दस बजे सत्यदेव शौच के लिए निकले थे। इस बीच डाग स्क्वाएड घटनास्थल से सीधे सत्यदेव के घर पहुंचा। पुलिस को घर के पीछे शौचालय की छत पर सत्यदेव के कपड़े मिले जो वह रात में पहनकर निकले थे। डाग स्क्वाएड भी सत्यदेव के घर और घटनास्थल के बीच चक्कर काटता रहा। ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि एक-दो लोग सत्यदेव को काबू में नहीं कर सकते थे। धोखे से मारा गया।

करीबी के शामिल होने का शक, इस्तेमाल नहीं करते थे मोबाइल : पुलिस को सत्यदेव की हत्या में किसी नजदीकी के हाथ की आशंका है। पुलिस को पता चला कि सत्यदेव मोबाइल फोन नहीं रखते थे। परिवार के सदस्यों के मोबाइल फोन ही उपयोग करते थे। पुलिस परिवार के आठ मोबाइल फोन की कॉल डिटेल्स खंगाल रही है। सत्यदेव पशुओं की खरीद-बिक्री के साथ ही सूद पर रुपये बांटते थे। उनकी बेटी ने पुलिस को वह डायरी उपलब्ध कराई है जिसमें ब्याज पर रुपये लिए लोगों के नाम है। उनसे भी पूछताछ की जा रही है।

चार भाइयों में दूसरे नंबर पर थे : सत्यदेव चार भाइयों में दूसरे नंबर पर थे। परिवार के सभी सदस्य एक ही मकान में रहते थे। सत्यदेव की दो बेटियां और एक बेटा है। बड़ी बेटी गंभीर बीमारी से ग्रसित है। सत्यदेव की हत्या की सूचना मिलते ही पत्नी सरिता बेहोश हो गईं और बच्चों का रोकर बुरा हाल है।


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