फेसबुक एकाउंट हैक कर रुपये उड़ाने वाला गिरफ्तार, पेटीएम से रुपये मंगाकर लगाता था चूना
अधिकारियों और पुलिस कर्मियों की फेसबुक आइडी हैक कर पुलिस को चुनौती दे रहा आरोपित आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया।
आजमगढ़, जेएनएन। अधिकारियों और पुलिस कर्मियों की फेसबुक आइडी हैक कर पुलिस को चुनौती दे रहा आरोपित आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। जिला समाज कल्याण अधिकारी, पुलिस कर्मियों के साथ ही दर्जनों लोगों का फेसबुक एकाउंट हैक कर उनके फ्रेंड लिस्ट में शामिल लोगों को मैसेज भेजकर पेटीएम के माध्यम से रुपये मंगाने वाले साइबर अपराधी गैंग के एक सदस्य को पुलिस ने शुक्रवार को शहर के रोडवेज बंधा के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने अब तक दर्जनों घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकार की है।
जिला समाज कल्याण अधिकारी राजेश यादव का 27 जनवरी की रात साइबर अपराधियों ने फेसबुक एकाउंट हैक कर फ्रेंड्स लिस्ट में जुड़े उनके रिश्तेदार समेत कई लोगों को मैसेंजर से मैसेज भेजकर अपने खाते में 45 हजार रुपये पेटीएम से मंगा लिया था। जिला समाज कल्याण अधिकारी ने दूसरे दिन शहर कोतवाली में तहरीर दी थी। इतना ही नहीं साइबर अपराधियों ने जिले के 15 पुलिस अधिकारियों समेत पचास से अधिक लोगों का भी फेसबुक एकाउंट हैक कर इसी तरह से लाखों रुपये उड़ा लिए थे।
एसपी के निर्देश पर गठित टीम में शामिल शहर कोतवाल केके गुप्त, स्वाट टीम के सब इंस्पेक्टर मनोज ङ्क्षसह, साइबर सेल के एक्सपर्ट आरक्षी मनीष सिंह ने शुक्रवार को सुबह शहर के रोडवेज बंधा के समीप घेराबंदी कर गैंग के एक सदस्य को गिरफ्तार कर लिया। पकड़ा गया इरफान पुत्र हक्कू ग्राम नंगला किशुनपुर हथिया, थाना बरसाना, जिला मथुरा का निवासी है।
भरतपुर गैंग से जुड़े हैं तार
एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह ने कहा कि गिरोह का मुख्य सरगना राबिन पुत्र भारीफ ग्राम नंदेरा, थाना कामा, जनपद भरतपुर (राजस्थान) निवासी है। उसके अलावा मथुरा जिले के गोवर्धन थाना क्षेत्र के मडौरा निवासी शाकिर पुत्र खुर्शीद गिरोह का मास्टर माइंड है। गिरफ्तार इरफान के अलावा एक दर्जन से अधिक सदस्य गैंग में हैं। पूछताछ में इरफान ने बताया कि राबिन व शाकिर से ही फेसबुक एकाउंट हैक करने की ट्रेनिंग ली है।
इस तरह से हैक करते हैं एकाउंट
किसी का भी फेसबुक एकाउंट हैक करना है तो कोई भी एक मोबाइल नंबर लेकर उसे यूजर नेम और पासवर्ड में डाल दिया जाता है। उन्हीं व्यक्तियों का फेसबुक एकाउंट हैक होगा जो फेसबुक धारक अपने एकाउंट में सिर्फ यूजर नेम, पासवर्ड में मोबाइल नंबर रखा हो। इरफान ने पूछताछ में बताया कि फेसबुक एकाउंट हैक कर मैसेंजर के माध्यम से संबंधित के दोस्तों को मैसेज कर मदद के नाम पर फर्जी एकाउंट से बने पेटीएम में रुपये मंगा लिया जाता है। पेटीएम की केवाईसी प्रति आइडी तीन हजार रुपये में उपलब्ध हो जाती है। रुपये मंगाने के बाद लोगों को 25 फीसद कमीशन का लालच देकर रुपये एकाउंट से निकाल लेते हैं। इतना ही नहीं गैंग के लोग ओएलएक्स एप पर सेना का अधिकारी बताकर कम कीमत में वाहन बेचने की बात कहकर ठगी का शिकार बनाते हैं।