वाराणसी जिला जेल में नहीं थम रहा मोबाइल का खेल, कर्मियों ने तलाशी में बरामद किए दो मोबाइल सेट
वाराणसी जिला जेल में दो मोबाइल फोन बरामद किए गए जो जेल की सुरक्षा में सेंध को बयां कर रहे हैं। जेल के अंदर की गई आकस्मिक जांच के दौरान एक मोबाइल शौचालय के पास व एक अन्य जमीन के नीचे दबा हुआ मिला।
वाराणसी, जेएनएन। जिला जेल में मोबाइल फोन मिलने की घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। इसी क्रम में दो मोबाइल फोन बरामद किए गए जो जेल की सुरक्षा में सेंध को बयां कर रहे हैं। जेल के अंदर की गई आकस्मिक जांच के दौरान एक मोबाइल शौचालय के पास व एक अन्य जमीन के नीचे दबा हुआ मिला। जेलर पवन त्रिवेदी की तहरीर पर लालपुर पांडेयपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई।
यह पहला मामला नहीं
जेल में चल रहा मोबाइल फोन का खेल। अंदर मोबाइल फोन पहुंचने का पहला मामला नहीं है। जिला जेल में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है, लेकिन उसके बाद पूर्व में भी कई बार यहां मोबाइल फोन व सिम मिल चुके हैं। इसको लेकर बंदियों में मारपीट की घटनाएं भी हो चुकी हैं। इससे सुरक्षा पर प्रश्रचिह्न लगता नजर आ रहा है।
दावे साबित हो रहे खोखले
बंदियों के मोबाइल के इस्तेमाल पर पांबदी के तमाम दावे खोखले ही साबित हो रहे हैं। जेल प्रहरियों की सख्ती और तलाशी साथ ही तकनीकी इस्तेमाल के दावे हवा होते दिख रहे हैं। इन तमाम दावों के बीच जेल में लगातार मोबाइल जब्त होने की खबरें आती रही हैं। इस बार मिले मोबाइल फोन ने तो इस खेल की फिर से पोल खोल दी है। इनके पास जेल के अंदर मोबाइल कैसे पहुंच रहे हैं? इसको लेकर सुरक्षा व्यवस्था की खामियों पर कई बार आला अधिकारियों से सवाल भी पूछे जा चुके है, लेकिन इसका कोई ठोस जवाब उनके पास आज भी नहीं है।
पैसे के बल पर दबंग बंदी मोबाइल फोन पर जमकर गुफ्तगू करते हैं। यहां तक कि जेल के अंदर बैठकर अपराधी बाहर आपराधिक घटनाओं का भी षडयंत्र रचते हैं। सूत्रों के मुताबिक जेल के कुछ मुलाजिम पैसे की लालच में मोबाइल फोन को अंदर तक पहुंचाने की व्यवस्था करते हैं। इसके बदले में मोटा महीना लिया जाता है। जेलर पवन त्रिवेदी ने बताया कि जेल में मोबाइल फोन पर पाबंदी है। बावजूद इसके फोन किस तरह पहुंचा, इसकी जांच कराई जा रही है।