Mishap in UP: वाराणसी के विश्वनाथ कॉरिडोर में गोयनका छात्रावास का एक हिस्सा गिरा, दो की मौत
Mishap in UP गोयनका छात्रावास परिसर का एक हिस्सा गिरने से दो मजदूरों अमीनुल मोमिन और एबाउल मोमिन की मौत हो गई है जबकि सात मजदूर घायल हो गए हैं। यह सभी पश्चिम बंगाल के बताए जा रहे हैं।
वाराणसी, जेएनएन। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में मंगलवार सुबह ललिता घाट के पास निर्माण कार्य के दौरान सुबह गोयनका छात्रावास परिसर का एक हिस्सा गिर गया है। इसमें दबकर दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि सात घायल है। एनडीआरएफ की टीम वहां पर राहत कार्य में लगी है।
गोयनका छात्रावास परिसर का एक हिस्सा गिरने से दो मजदूरों अमीनुल मोमिन (45 वर्ष) व एबाउल मोमिन (27 वर्ष) की मौत हो गई है जबकि सात मजदूर घायल हो गए हैं। यह सभी पश्चिम बंगाल के बताए जा रहे हैं। छह को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई, जबकि एक मजदूर भर्ती है। इस बाबत मंदिर प्रशासन की ओर से मृतकों को आर्थिक मुआवजा भी घोषित किया गया है।
प्रधानमंत्री ने पूछा हाल : वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सुबह मंडलायुक्त से हादसे के बारे में वार्ता भी की गई है। उनके द्वारा भवन गिरने और मजदूरों के बारे में जानकारी ली गई। उनके द्वारा मजदूरों के प्रति संवेदना व्यक्त की गई और सभी घायल मजदूरों को मेडिकल सहायता उपलब्ध कराने तथा मृतकों के परिवार को पूरी सहायता करने के निर्देश दिए गये हैं। उनके द्वारा यह भी कहा गया कि उनके कार्यालय से इस बारे में कोई भी मदद की आवश्यकता हो तो उसे भी उपलब्ध कराई जाएगी।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण के लिए बड़े इलाके में अधिग्रहण किया गया है। कॉरिडोर निर्माण में लगे कंपनी के कर्मचारी यहां रहते-खाते थे। मंगलवार तड़के अचानक जर्जर हिस्स भरभराकर सोते हुए श्रमिकों पर गिर गया। दशाश्वमेघ थाना क्षेत्र में विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए हो रही खुदाई की वजह से मकान की नींव कमजोर हो गई थी, जिस वजह से यह हादसा हुआ। फिलहाल जिला प्रशासन मामले की जांच की बात कह रहा है। काशी विश्वनाथ धाम क्षेत्र में जर्जर हो चुके दो मंजिला मकान के मंगलवार सुबह भरभराकर गिरने से दो श्रमिकों की मौत हो गई। विश्वनाथ कॉरिडोर में कार्य करने वाले आधा दर्जन मजदूर घायल हो गए।
घायलों का शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय में इलाज चल रहा है। विश्वनाथ कॉरिडोर में काम करने वाले इन श्रमिकों का जर्जर मकान में अस्थायी ठिकाना था। आज तड़के मकान अचानक भरभरा कर गिर गया, जिसके मलबे में सभी मजदूर दब गए। सूचना पर पहुंची पुलिस की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी को बाहर निकाला और अस्पताल भिजवाया, जहां डॉक्टरों ने दो मजदूरों को मृत घोषित कर दिया।
एनडीआरएफ टीम की मदद से सभी को बाहर निकाला गया
श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर में स्थित गोयनका छात्रावास दो मंजिला भवन भोर में भरभरा कर गिर पड़ा इसी हिस्से में नौ पीएचसी के मजदूर सो रहे थे। पहले तो एक छज्ज़ा गिरा जब तक मजदूर हटने को तैयार होते तब तक तक पूरा हिस्सा ही बैठ गया। दबे होने की सूचना पर बगल से ही अन्य लोग पहुंचे लेकिन एनडीआरएफ टीम के जवानों ने सभी को बाहर निकाल कर मंडलीय अस्पताल भेजा गया वहां दो की मौत की पुष्टि हुई और छ: को हल्की चोट का उपचार कर छोड़ दिया गया। हादसे में घायल सभी मजदूर पश्चिम बंगाल के मालदा के रहने वाले हैं। घायल मजदूरों ने बताया कि हम लोग रोज बगल के ही गोयनका भवन जो कि लाइब्रेरी है उसी में सोते थे पर गर्मी होने से साथी लोग छात्रावास में सोने गये थे और हादसा हो गया।