मीरजापुर और गाजीपुर में सेटेलाइट से पकड़े गए पराली जलाते दर्जनों किसानों पर कार्रवाई
मीरजापुर में आठ किसान पराली जलाते हुए पकड़े गए। प्रशासन द्वारा पराली जलाने वाले इन किसानों से 25 हजार का जुर्माना वसूल किया गया। उप निदेशक कृषि डा. अशोक उपाध्याय ने कहा कि पराली जलाने की बजाए गोवंश आश्रय स्थल के पशुओं के लिए दान करें।
मीरजापुर/गाजीपुर, जेएनएन। सेटेलाइट से मीरजापुर में आठ किसान पराली जलाते हुए पकड़े गए। प्रशासन द्वारा पराली जलाने वाले इन किसानों से 25 हजार का जुर्माना वसूल किया गया। उप निदेशक कृषि डा. अशोक उपाध्याय ने कहा कि पराली जलाने की बजाए गोवंश आश्रय स्थल के पशुओं के लिए दान करें। अब तक जनपद में कुल 132 कुंतल पराली गोवंश आश्रय स्थल को दान की जा चुकी है। किसान पराली अथवा फसल अवशेष में वेस्ट डीकंपोजर का छिड़काव करके जैविक खाद बनाकर प्रयोग कर सकते है, इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ जाती है और फसल का उत्पादन भी अधिक होता है।
उप निदेशक कृषि ने बताया कि जनपद में पराली जलाने के संबंध में 08 घटनाएं सैटेलाइट के माध्यम से प्राप्त हुई। तहसील चुनार के ग्राम भड़ेवल में किसान अनिकेत सिंह पुत्र अंजनी सिंह 2500, तहसील सदर के मझवां ब्लाक में किसान पंचम ङ्क्षसह पुत्र देवी चरन सिंह 2500, मडि़हान तहसील के ग्राम बभनी थपनवा में तीर्थ नरायन पुत्र गंगा 15 हजार के साथ ही कलवारी माफी के कमलेश पुत्र रामनरेश उर्फ नेहरू एवं सुदामा पुत्र सोहन द्वारा तिल की पराली जलाने पर 2500-2500 रुपये का जुर्माना वसूल किया गया।
वहीं ग्राम गोरथरा में किसान पारसनाथ मौर्य पुत्र राजाराम द्वारा घास-फूस जलाने पर नोटिस दिया गया। साथ ही अवगत कराया गया कि अगर भविष्य में इस तरह की घटना सामने आने पर संबंधित के खिलाफ जुर्माना वसूल कर एफआइआर दर्ज कराया जाएगा। कहा कि पराली दान करने हेतु एकीकृत नंबर 05442-256357 पर अथवा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. कपूर सिंह के मोबाइल नंबर 8630758148 संपर्क करके अवगत कराएं, जिससे पराली उठाया जा सके।
वहीं दूसरी ओर गाजीपुर जिले में पराली जलाने वाले 16 किसानों पर रविवार को मुकदमा दर्ज किया गया है। रेवतीपुर थाना क्षेत्र के पकड़ी गांव मे पराली जलाने के मामले में लेखपाल वृजकिशोर की तहरीर पर सोलह किसानों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इससे संबंधित किसान सकते में आ गए हैं।