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रेल मंत्रालय ने सुनी पिता की गुहार, ट्रेन से फुसलाकर ले जाई जा रही किशोरी पीडीडीयू जंक्‍शन पर बरामद

पीडीडीयू जंक्‍शन पर मेरी सहेली की सजगता शुक्रवार को देखने को मिली। रेल मंत्रालय से एक पिता ने गुहार लगाई तो मेरी सहेली टीम ने उनकी गुहार सुनी। पिता ने शिकायत की थी कि उनकी नाबालिग बेटी को बहला फुसलाकर एक महिला लेकर जा रही है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sat, 20 Mar 2021 01:18 PM (IST)Updated: Sat, 20 Mar 2021 01:18 PM (IST)
रेल मंत्रालय ने सुनी पिता की गुहार, ट्रेन से फुसलाकर ले जाई जा रही किशोरी पीडीडीयू जंक्‍शन पर बरामद
पीडीडीयू जंक्‍शन पर मेरी सहेली की सजगता शुक्रवार को देखने को मिली।

चंदौली, जेएनएन। रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए सक्रिय रहने वाली आरपीएफ मेरी सहेली की सजगता शुक्रवार को देखने को मिली। रेल मंत्रालय से एक पिता ने गुहार लगाई तो मेरी सहेली टीम ने उनकी गुहार सुनी। पिता ने शिकायत की थी कि उनकी नाबालिग बेटी को बहला फुसलाकर एक महिला लेकर जा रही है। महिला लड़की को नई दिल्ली में होटल मैनेजमेंट का काम दिलाने के लिए ले जा रही थी। ट्रेन में बैठने के बाद लड़की ने परिजनों को फोन पर बताया तो पिता सन्न रह गए। 02549 कामाख्या-आनंद विहार एक्सप्रेस से नाबालिग लड़की को बरामद कर लिया लेकिन साथ ले जा रही महिला का पता नहीं चल सका।

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आसाम, गुवाहाटी के धीरेनपरा निवासी एक व्यक्ति ने रेल मंत्रालय को ट्वीट किया तो प्रशासन में खलबली मच गई। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने खुद सुरक्षा एजेंसियों को मामले से अवगत कराया। जंक्शन पर मेरी सहेली की टीम के साथ जीआरपी, आरपीएफ व क्राइम ब्रांच की टीम ट्रेन के आने का इंतजार करने लगी। सुबह 9.42 बजे ट्रेन जंक्शन के प्लेटफार्म पर पहुंची। तत्काल एस-5 की पड़ताल की गई तो उसमें 16 वर्षीय लड़की बरामद हुई। महिला की खोजबीन की गई लेकिन उसका पता नहीं चल सका। टीम लड़की को लेकर आरपीएफ पोस्ट पहुंची। यहां परिजनों को सूचना दी गई। टीम लड़की की काउंसलिंग करने लगी।

टीम ने बताया कि परिजनों के आने के बाद सुपुर्द कर दिया जाएगा। पूछताछ में लड़की ने बताया कि उसने आनलाइन फार्म भरा था। इसके बाद महिला आई और नौकरी लग जाने की बात कहने लगी। जल्दबाजी करने की वजह से वह परिजनों को बिना बताए उसके साथ ट्रेन में बैठ गई। जब पिता को सूचना दी तो महिला पर संदेह हुआ। आरपीएफ पोस्ट प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि परिजनों का इंतजार किया जा रहा है। महिला का हुलिया पंजाबी होना बताया गया है, उसकी खोज की जा रही है।

एक दर्जन बच्चियों को मिलवाया है परिजनों से : आरपीएफ मेरी सहेली की टीम सुर्खियों में है। पिछले एक महीने में लगभग एक दर्जन बच्चियों को उनके परिजनों से मिलवाने में सफलता मिली है। कभी दीदी की डांट, कभी बहन से झगड़ा, कभी सुसराल में विवाद होने से नाराज होकर लड़की जंक्शन पर पहुंच जाती है। हमेशा सक्रिय रहने वाली टीम की नजर इन पर पड़ जाती है। पूछताछ के बाद मामला स्पष्ट होता है। इसके बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया जाता है।


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