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मिड-डे-मील व पैकेट का दूध पीकर बच्चे हुए बीमार, अभिभावकों ने विद्यालय पहुचंकर किया हंगामा

गाजीपुर में मिड-डे-मील में खिचड़ी व पैकेट का दूध पीने वाले कक्षा एक के पांच मासूम बच्चों की तबीयत शाम को बिगड़ गई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 05 Dec 2019 05:24 PM (IST)Updated: Fri, 06 Dec 2019 10:15 AM (IST)
मिड-डे-मील व पैकेट का दूध पीकर बच्चे हुए बीमार, अभिभावकों ने विद्यालय पहुचंकर किया हंगामा
मिड-डे-मील व पैकेट का दूध पीकर बच्चे हुए बीमार, अभिभावकों ने विद्यालय पहुचंकर किया हंगामा

गाजीपुर, जेएनएन। मिड-डे-मील में शिक्षा विभाग की लापरवाही का खामियाजा मासूम बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। ताजा वाकया नगर के प्राथमिक विद्यालय प्रथम का है। बुधवार को मिड-डे-मील में खिचड़ी व पैकेट का दूध पीने वाले कक्षा एक के पांच मासूम बच्चों की तबीयत शाम को बिगड़ गई। एक-एक कर अभिभावक बच्चों को लेकर निजी चिकित्सक के यहां पहुंचे तो मिड-डे-मील में हुई गड़बड़ी का पता चला। हालांकि इलाज कराने के बाद बच्चे घर आ गए और अब स्वस्थ हैं। गुरुवार की सुबह अभिभावकों ने विद्यालय पहुंचकर हो-हल्ला शुरू कर दिया। सूचना पर खंड शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार ने पहुंचकर अभिभावकों को समझाया और प्रधानाध्यापक को फटकार लगाई।

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प्राथमिक विद्यालय प्रथम में पंजीकृत 185 बच्चों में 140 बच्चे आए थे। प्रधानाध्यापक सत्यभामा दीक्षित छुट्टी पर थीं। बुधवार होने के कारण मिड-डे-मील में खिचड़ी बनने के साथ ही दूध बच्चों को दिया गया। खिचड़ी खाने व पैकेट का दूध पीने के बाद छुट्टी होने पर बच्चे घर आ गए। नगर के वार्ड 11  महमूदपुर के कक्षा एक के पांच बच्चे प्रियांशु, राशि, किशन, संजना व साहिल को शाम को उल्टी व दस्त होने लगा। पहले तो घरवालों ने सोचा कि मौसम के चलते बच्चे बीमार हुए हैं। सभी बच्चों के घरवाले निजी चिकित्सक के यहां एक एक कर पहुंचने लगे तो सबका माथा ठनका। बच्चों को नगर के दो चिकित्सक के यहां देर रात तक भर्ती कर इलाज किया गया। तब सभी बच्चे स्वास्थ्य हुए। अगले दिन अभिभावकों ने विद्यालय पर पहुंचकर हो-हल्ला शुरू कर दिया। शिक्षकों की सूचना पर खंड शिक्षा अधिकारी ने पहुंचकर अभिभावकों को समझाकर शांत किया। विद्यालय पर पहुंचे पीडि़त बच्चे प्रियांशु की मां मीना, राशि की मां बविता, किशन की दादी शीला सहित वार्ड एक सभासद शशिकांत, अन्य लोगों को खंड शिक्षा अधिकारी ने समझाया कि शिक्षक भी अभिभावक को अपना बच्चा समझते हैं। कहीं से कोई गलती हो गई है। इसकी जांच की जाएगी। आगे से ऐसा न हो इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा। उन्होंने प्रधानाध्यापक सत्यभामा दीक्षित को चेताया कि बच्चों का पूरा ख्याल रखें। आगे से ऐसी गड़बड़ी न हो पाए। रसोईया बिंदु व बिरंजी देवी ने बताया कि कल पैकेट का दूध बच्चों को दिया गया था।


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