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प्रीती यादव के नाम से नौकरी करने वाली फर्जी शिक्षिका मामले में काउंसिंलिंग टीम के सदस्यों से होगी पूछताछ

कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय मुफ्तीगंज में पकड़ी गई फर्जी शिक्षक प्रीति यादव के मामले में विवेचक ने जांच प्रक्रिया तेज कर दी है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 17 Jul 2020 08:21 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jul 2020 02:36 AM (IST)
प्रीती यादव के नाम से नौकरी करने वाली फर्जी शिक्षिका मामले में काउंसिंलिंग टीम के सदस्यों से होगी पूछताछ
प्रीती यादव के नाम से नौकरी करने वाली फर्जी शिक्षिका मामले में काउंसिंलिंग टीम के सदस्यों से होगी पूछताछ

जौनपुर, जेएनएन। अनामिका शुक्ला प्रकरण में जनपद का फर्जीवाड़ा परत दर परत सामने आता जा रहा है। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय मुफ्तीगंज में पकड़ी गई फर्जी शिक्षक प्रीति यादव के मामले में विवेचक ने जांच प्रक्रिया तेज कर दी है। शुक्रवार को वार्डेन से पूछताछ किया। इस दौरान शादी व विभिन्न कार्यक्रमों में तस्वीरें भी उनके हाथ लगी। नियुक्ति के समय हुई काउंसिलिंग में शामिल सदस्यों से भी स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।

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एसटीएफ ने एक ही आधार कार्ड, नाम व पते पर जौनपुर व आजमगढ़ के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में प्रीती यादव के नाम से नौकरी करने वाली फर्जी शिक्षिका को पकड़ा। आरोपित के विरुद्ध कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। विवेचना कर रहे गोविंद मिश्रा ने इस मामले में मुफ्तीगंज की वार्डेन व शिक्षकों से पूछताछ किया। जांच में पता चला कि आवेदन में जिस 45 वर्षीय प्रीती यादव की तस्वीर लगी थी वह कोई और है। नौकरी करने वाली प्रीती यादव की वर्ष 2019 में शादी हुई थी। दांपत्य सूत्र में बंधने के बाद उसने विद्यालय में पार्टी दी थी और लोगों को विवाह की तस्वीर भी शेयर किया था। विवेचक ने सभी तस्वीरों व अन्य अभिलेखों को ले लिया है। उन्होंने बताया कि आवेदन में जो मैनपुरी का पता दिया गया है वह फर्जी है।

डीएम द्वारा नामित काउंसिङ्क्षलग टीम सदस्यों से यह पूछताछ की जाएगी कि नाम, पता, फोटो. जाति, आय व आधार कार्ड आदि सब कुछ फर्जी था तो फिर कैसे ओके कर दिया गया।

माध्यमिक के भी 1271 शिक्षकों की खंगाली जाएगी कुंडली

आजमगढ़ में बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी अंकपत्र पर नौकरी करने वाले शिक्षकों के पर कार्रवाई के बाद शासन सख्त हो गया है। जिला अल्पसंख्यक विभाग द्वारा अनुदानित और आधुनिकीकरण योजना के अंतर्गत संचालित मदरसा शिक्षकों के अंकपत्रों की जांच की प्रकिया शुरू हुई कि अब माध्यमिक शिक्षा विभाग के राजकीय एवं अनुदानित 120 विद्यालयों के 1271 शिक्षकों के अंकपत्रों की भी जांच की प्रक्रिया शुरू हो गई है। डीएम राजेश कुमार के निर्देश पर जांच कमेटी गठन की प्रक्रिया चल रही है।


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