वाराणसी में पंडित राजन मिश्रा कोविड अस्पताल में चिकित्सा शुरू, डीआरडीओ ने बीएचयू में बनाया 750 बेड का चिकित्सालय
कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई से निपटने के लिए रक्षा मंत्रालय ने देश भर में बड़ी संख्या में कोविड अस्पतालों का निर्माण और संचालन शुरू किया है। इस अस्पताल में सशस्त्र बल द्वारा देश भर से चिकित्सा विशेषज्ञों डॉक्टरों नर्सिंग और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों को सेवा में लगाया गया है।
वाराणसी, जेएनएन। कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई से निपटने के लिए रक्षा मंत्रालय ने देश भर में बड़ी संख्या में कोविड अस्पतालों का निर्माण और संचालन शुरू किया है। दिल्ली, अहमदाबाद और लखनऊ के बाद, अब बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी में पंडित राजन मिश्रा कोविड अस्पताल को सोमवार को रक्षा अनुंधान विकास संगठन (DRDO), सशस्त्र बलों और नागरिक प्रशासन के प्रयासों से कार्यात्मक बनाया गया है। 750 बेड का यह अस्पताल डीआरडीओ द्वारा स्थापित किया गया है। इस अस्पताल में सशस्त्र बल द्वारा देश भर से चिकित्सा विशेषज्ञों, डॉक्टरों, नर्सिंग और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों को सेवा में लगाया गया है।
पूरा मेडिकल स्टाफ कोविड प्रोटोकॉल में प्रशिक्षित किया गया है, साथ ही सभी चिकित्सा उपकरणों की सेवाक्षमता और गुणवत्ता नियंत्रण के लिए जाँच की गई है और अस्पताल की सहायक सेवाओं की कार्यक्षमता सुनिश्चित की गई है। अस्पताल में सभी बिस्तरों को ऑक्सीजन युक्त बनाया गया । यह अस्पताल 40 केएल ऑक्सीजन से सुसज्जित है जो तीन टैंकों में संग्रहित है ।
राज्य सरकार ने अस्पताल को चलाने के लिए आवश्यक सुविधाओं की आपूर्ति, ऑक्सीजन, निर्बाध बिजली आपूर्ति, जैव-चिकित्सा और अन्य अपशिष्ट प्रबंधन और रोगी प्रबंधन प्रणाली जैसे सभी प्रमुख कार्यों की सुविधा प्रदान की है। यहां सभी मरीजों को दवाइयां और खाना मुफ्त उपलब्ध कराया जाएगी। इस अस्पताल में 250 बेड की आईसीयू सुविधा उपलब्ध है। अस्पताल की क्षमता धीरे-धीरे 750 बिस्तरों तक विस्तारित की जा सकती है ।
पंडित राजन मिश्रा कोविड अस्पताल में कोई सीधा वॉक-इन प्रवेश अर्थात भर्ती नहीं होगी। मरीजों को भर्ती के लिए राज्य प्रशासन के तहत स्थापित कोविड एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र (ICCC) वाराणसी द्वारा रेफरल के माध्यम से प्रबंधित किया गया है। अस्पताल में मरीजों की भर्ती के लिए वाराणसी में ICCC का संपर्क नंबर 18001805567 है। अस्पताल के हेल्पलाइन 7307015441 और 7307015442 पर संपर्क किया जा सकता है। रक्षा मंत्रालय इन अस्पतालों का त्वरित सेटअप राज्य सरकारों के साथ निकट समन्वय में काम करते हुए स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
सबसे पहले वेंटिलेटर युक्त 250 बेड के पहले वार्ड में क्रिटिकल मरीजों को अन्य अस्पतालों से शिफ्ट करते हुए उनका इलाज चालू किया गया। शाम चार बजे से क्रिटिकल पेशेंट्स को डीआरडीओ के अस्पताल में शिफ्ट करने का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। शाम पांच बजे तक सात मरीज भर्ती हो चुके थे तथा और मरीजों को लाकर भर्ती करने का कार्य जारी है। इसके अलावा 250-250 बेड के अस्पताल को भी एक सप्ताह के अंदर चालू कर दिया जायेगा। इसमें आक्सीजन सिलिंडर के द्वारा आक्सीजन आपूर्ति की जायेगी।
जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि सिपला कंपनी से 94 रेमडिसिविर अपोलो फार्मेसी को उपलब्ध करायी गयी है तथा उत्तर प्रदेश शासन की ओर से प्राप्त ज़ायडस कंपनी की 72 रेमडिसिविर पंडित राजन मिश्र कोविड अस्पताल के नोडल आफिसर को सौंपी गयी। यह इंजेक्शन पूरी तरह निःशुल्क मरीजों को लगाया जायेगा।
उन्होंने कहा कि आगे भी यह इंजेक्शन जरुरत के अनुसार उपलब्ध कराया जाएगा।
प्रधानमंत्री के दिशा निर्देशन में सेना द्वारा बनाये गये इस अस्पताल में सेना के डाक्टर, मेडिकल स्टाफ तथा मेडिकल कॉलेज के अंतिम वर्ष के छात्रों को ट्रेनिंग देकर नियुक्त किया गया है। आक्सीजन प्लांट युक्त इस अस्पताल में फार्मेसी, लैब, कैन्टीन, सेनिटाइजेशन, साफ सफाई आदि सभी की व्यवस्था की गयी है।
मरीजों के तीमारदारों के ठहरने, खाने पीने आदि के लिए गंगा भारती एनजीओ के द्वारा अस्पताल के साथ सहयोगार्थ निःशुल्क व्यवस्था की गयी है। इस अवसर पर मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा, वीसी वीडीए ईशा दुहन, लेफ्टिनेंट कर्नल नितिन मिश्रा (प्रबंधक) डीआरडीओ, एडीएम सिटी, सीएमओ सहित सभी अधिकारीगण उपस्थित रहे।