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मौनी अमावस्या व सोमवती अमावस्या का बन रहा दुर्लभ संयोग, उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

सोमवती मौनी अमावस्या का पर्व चार जनवरी को है। माघ मास के सर्व प्रमुख स्नान माघी अमावस्या यानी मौनी अमावस्या को इस बार सोमवती अमावस्या का दुर्लभ संयोग बना है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 03 Feb 2019 10:17 PM (IST)Updated: Mon, 04 Feb 2019 06:05 AM (IST)
मौनी अमावस्या व सोमवती अमावस्या का बन रहा दुर्लभ संयोग, उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
मौनी अमावस्या व सोमवती अमावस्या का बन रहा दुर्लभ संयोग, उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

वाराणसी, जेएनएन। सोमवती मौनी अमावस्या का पर्व चार जनवरी को है। माघ मास के सर्व प्रमुख स्नान माघी अमावस्या यानी मौनी अमावस्या को इस बार सोमवती अमावस्या का दुर्लभ संयोग बना है। सोमवार का दिन, त्रिग्रहीय योग और नक्षत्रों की अद्भुत जुगलबंदी है। इस तिथि विशेष पर मौन रखकर गंगा स्नान का विशेष माहात्म्य है। 

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मौनी अमावस्या को लेकर शहर में रविवार से ही श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई थी। काशी में गंगा स्नान करने के बाद कुछ श्रद्धालुओं का जत्था प्रयागराज कुंभ के लिए प्रस्थान किया तो बहुत से श्रद्धालुओं ने गंगा घाटों पर डेरा जमा लिया। रविवार को दशाश्वमेध पर गंगा स्नान करने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी थी। दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं का जत्था स्नान करने के बाद यहां से प्रयागराज कुंभ प्रस्थान कर रहा था। इनमें पुरुषों के अलावा महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। सोमवार को मौनी अमावस्या पडऩे से इसका महत्व और भी बढ़ गया है। ज्योतिष के अनुसार मौनी अमावस्या पर मौन होकर स्नान करने का महत्व है। इसके चलते रविवार को भी दशाश्वमेध घाट, प्रयाग घाट, अहिल्याबाई घाट, डा. राजेंद्र प्रसाद घाट पर स्नान करने वालों की काफी भीड़ उमड़ी रही। मौनी अमावस्या को लेकर एक दिन पूर्व से ही लोगों के आने का क्रम जारी हो गया था। मौनी अमावस्या रविवार की रात्रि 11.12 मिनट पर लग गई थी जो चार फरवरी को देर रात्रि 1.13 मिनट तक रहेगी। इस दिन लोग मौन धारण करके गंगा स्नान करेंगे। 

बाबा दरबार में लगी कतार : प्रयागराज स्नान व मौनी अमावास्या के मद्देनजर काशी में अधिक संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। रविवार को ही भीड़ का यह आलम था कि कतार गंगा घाट से ही लग गई थी। बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार तक जाने वाले प्रमुख मार्गों श्रद्धालुओं से खचाखच भरा था। बाबा दरबार तक जाने वाली गलियां भी खाली नहीं थी। बाबा दरबार का कपाट बंद होने तक 50 हजार से अधिक लोगों ने दर्शन किया। 

प्रशासन अलर्ट, सुरक्षा पुख्ता : मौनी अमावस्या स्नान पर नगर में आने वाली भीड़ के मद्देनजर प्रशासन एलर्ट है। बाबा दरबार से लगायत नगर स्थित प्रमुख मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर दी गई है। रविवार को बेरिकेडिंग कर दी गई। सुरक्षा कर्मियों को अलर्ट करते हुए निर्देशित किया गया है कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उनके साथ दुव्र्यवहार न किया जाए।  


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