रामलीला के पात्रों के मुखौटे, घर-घर रामलीला पुस्तक व डिजिटली रामायण का लोकार्पण
डिजिटली लोगों तक वीडियो के माध्यम से रामलीला की अनुभूति कराने की कोशिश के तहत घाट वॉक ghatwalk ट्वीटर हैंडल पर हर रोज दो मिनट का वीडियो प्रसारित करने का शुभारंभ राज्यमंत्री रवींद्र जायसवाल (स्वतंत्र प्रभार) स्टाम्प एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क ने अपने आवास पर किया।
वाराणसी, जेएनएन। डिजिटली लोगों तक वीडियो के माध्यम से रामलीला की अनुभूति कराने की कोशिश के तहत घाट वॉक @ghatwalk ट्वीटर हैंडल पर हर रोज दो मिनट का वीडियो प्रसारित करने का शुभारंभ राज्यमंत्री रवींद्र जायसवाल (स्वतंत्र प्रभार) स्टाम्प एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क ने अपने आवास पर किया। इस दौरान मंत्री जी ने रामलीला के मुखौटे और घर-घर रामलीला पुस्तक का लोकार्पण भी किया।
इस दौरान मंत्री रवींद्र जायसवाल ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास ने भगवान श्री संकटमोचन जी के प्रार्थना में लिखा है कि यत्र-यत्र रघुनाथ कीर्तन तत्र कृत मस्तकान्जलि। वाष्प वारि परिपूर्ण लोचनं मारूतिं नमत राक्षसान्तक अर्थात जहा किसी भी स्थान पर प्रभु राम की यश गायन होती है, वही-वही हनुमान अपने मस्तक को अंजलि बनाकर सर झुकाए राम कथा श्रवण करते है। प्रभु राम के नाम -गान को सुनकर उनकी आंखों में श्रद्धा के अश्रु परिपूर्ण हो जाते है। उन्होंने कहा कि प्रो. बीएन मिश्रा का यह प्रयास वास्तव में पहले लीला मोहल्ले-मोहल्ले में होती थी लेकिन अब घर-घर होगी, इस प्रयास से कठपुतली के प्रचार-प्रसार में भी बल मिलेगा।
इसकी परिकल्पना करने वाले काशी हिंदू विश्वविद्यालय के ख्यात न्यूरोलॉजिस्ट प्रो. वीएन मिश्र ने कहा कि प्रत्येक दिन 2 मिनट 18 सेकेंड का वीडियो अपलोड किया जाएगा। इससे सोशल मीडिया पर रामलीला का प्रचार-प्रसार तो होगा ही साथ ही वीडियो में कठपुतली का मंचन है, इससे कठपुतली और मुखौटा निर्माताओं को कुछ दिनों के लिए रोजगार मिला। हम लोग रामलीला की भरपाई तो नही कर सकते लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से भगवान की मानसिक रुप से स्मरण किया जा सकेगा। वीडियो हर रोज पांच बजे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया जाएगा। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ भट्टाचार्या भी मौजूद रहे।