खलीलाबाद कपड़ा मंडी से जुड़ेगा मुबारकपुर का विपणन केंद्र, पूर्वांचल के अन्य जनपदों के बुनकर होंगे लाभान्वित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) के तहत अब बुनकरों के तैयार माल को बाजार तक पहुंचाने की पहल शुरू कर दी गई है। करोड़ों की लागत से आजमगढ़ के मुबारकपुर में बना विपणन केंद्र अब सीधे संत कबीरनगर जनपद के खलीलाबाद मंडी से जोड़ा जाएगा।
मऊ [जयप्रकाश निषाद]। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) के तहत अब बुनकरों के तैयार माल को बाजार तक पहुंचाने की पहल शुरू कर दी गई है। करोड़ों की लागत से आजमगढ़ के मुबारकपुर में बना विपणन केंद्र अब सीधे संत कबीरनगर जनपद के खलीलाबाद मंडी से जोड़ा जाएगा। इस मंडी से आने वाले व्यापारियों के लिए करीब 100 दुकानों को सुरक्षित किया जाएगा। मुबारकपुर की बनारसी व मऊ की सिल्क साडिय़ों का यहां प्रदर्शन तो किया ही जाएगा साथ ही देश-विदेश तक यहां का उत्पाद पहुंचेगा। इससे न सिर्फ बुनकरों के दिन बहुरेंगे बल्कि तमाम लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। यही नहीं खलीलाबाद मंडी से आने वाले छोटे व्यापारियों के लिए निश्शुल्क खाने-पीने व रहने की व्यवस्था की जा रही है। ताकि उन्हें परेशानियों का सामना न करना पड़े।
करोड़ों की लागत से मुबारकपुर में बुनकर केंद्र बनकर काफी दिनों से तैयार हो चुका है लेकिन अभी तक यह विपणन केंद्र मंडी के रूप में चालू नहीं हो सका है। विपणन केंद्र में करीब 600 दुकानें लगाने की व्यवस्था है। पिछले वर्ष इसकी शुरुआत की गई तो मार्च माह में कोरोना संक्रमण की वजह से पूरे मंडी की व्यवस्था ही ध्वस्त हो गई। इसकी वजह से विपणन केंद्र चालू नहीं हो सका। अब प्रशासन की तरफ से इस विपणन केंद्र को चालू कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। संत कबीरनगर के खलीलाबाद में मंडी रविवार की रात में लगती है। इसमें देश के कोने-कोने के व्यापारी आते हैं और खरीद फरोख्त करते हैं। सोमवार को दोपहर बाद यह लोग उत्पाद की खरीद फरोख्त के बाद अपने-अपने स्थानों को रवाना हो जाते हैं। विपणन केंद्र मुबारकपुर जल्द ही शुरू किया जाएगा। यहां मंगलवार को मंडी लगाई जाएगी। इसमें मऊ, आजमगढ़, बलिया, गाजीपुर के अलावा पूर्वांचल के भी व्यापारी शामिल होंगे। सोमवार को खलीलाबाद से व्यापारी सीधे विपणन केंद्र पर पहुंचेंगे। इनके यहां पहुंचने से बाजार को नई दिशा मिल जाएगी। इसके बाद यह बुनकर शुक्रवार बाराबंकी में लगने वाली मंडी में भी शामिल हो सकेंगे। यानी एक चेन के अनुसार हर सप्ताह बुनकरों के कारोबार को गति मिलेगी।
- बुनकरों के तैयार माल को उचित बाजार नहीं मिल पा रहा है। इसे देखते हुए अब विपणन केंद्र पर आने के लिए बड़े व्यापारियों की पहल की जा रही है। इससे न सिर्फ बुनकरों का कारोबार बढ़ेगा बल्कि रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। बड़े व्यापारियों के आने से यहां का बाजार आसमान छुएगा। -अरविंद सिंह, सहायक आयुक्त हथकरघा मऊ।