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कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां uttar pradesh में निवेश करने के लिए इच्छुक : डा. नीलकंठ तिवारी

पर्यटन संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी ने कहा कि कोरोना महामारी को हमें एक अवसर के रूप में देखना चाहिए।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sat, 06 Jun 2020 07:00 AM (IST)Updated: Sat, 06 Jun 2020 12:41 PM (IST)
कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां uttar pradesh में निवेश करने के लिए इच्छुक : डा. नीलकंठ तिवारी
कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां uttar pradesh में निवेश करने के लिए इच्छुक : डा. नीलकंठ तिवारी

वाराणसी, जेएनएन। पर्यटन संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी ने कहा है कि कोरोना महामारी को हमें एक अवसर के रूप में देखना चाहिए। वर्तमान में कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कंपनियां हमारे प्रदेश में निवेश करना चाहती हैं।

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वह शुक्रवार को अर्थशास्त्र विभाग, आर्य महिला पीजी कालेज की ओर से आयोजित कोविड-19 व इसके वैश्विक प्रभाव विषयक तीन दिवसीय वेबिनार के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यह वेबिनार शिक्षा जगत एक अमूल्य धरोहर साबित होगा। खास तौर पर शोधर्थियों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। मुख्य वक्ता इंस्टीट्यूट फॉर ह्यूमन डेवलपमेंट (दिल्ली) के निदेशक प्रो. रवि श्रीवास्तव ने कहा कि कोविड-19 ने करोड़ों लोगों को बेरोजगार की श्रेणी में खड़ा कर दिया है। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात से देश में अब तक का सबसे बड़ा पलायन है। विशिष्ट अतिथि लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स (यूके) की डा. स्वाति ढींगरा ने कहा कि इस महामारी ने ना केवल भारत में अपितु विश्व के विकसित देशों में जिसमें अमेरिका, इंग्लैंड, रूस, स्पेन, इटली इत्यादि देशों में भी बेरोजगारी बढ़ाई है। बीएचयू के प्रो. भूपेंद्र विक्रम ङ्क्षसह, प्रो. निधि शर्मा, डा. मोहन चोटानी, प्रो. मृत्युंजय मिश्रा सहित अन्य लोगों ने भी विचार व्यक्त किया। अध्यक्षता प्राचार्य प्रो. रचना दुबे, स्वागत प्रबंधक डा. शशिकांत दीक्षित, संचालन डा. अन्नपूर्णा दीक्षित व धन्यवाद ज्ञापन डा. शशि बाला श्रीवास्तव ने किया।

लघु और मझोले उद्योगों को उन्नतिशील बनाने की जरूरत

कोरोना महामारी की चुनौतियों में हमें संभावनाओं की तलाश करने की जरूरत है। साथ ही हमें अपना पूरा ध्यान लोकल उत्पादों पर केंद्रित करना होगा। वहीं लघु व मझोलेे उद्योगों को उन्नतिशील बनाने की जरूरत है। 

हरिश्चंद्र पीजी कालेज की ओर से शुक्रवार को आयोजित सोशियो इकोनोमिक इश्यूज आफ कारपोरेट सेक्टर- ड्यूरिंग कोविड-19 विषयक वेबिनार में ये बातें वक्ताओं ने कही। इस मौके पर काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. टीएन सिंह ने कहा कि कोविड-19 ने मानव सभ्यता को प्रेरित किया है जिसका यह परिणाम है कि अब कोई भी क्षेत्र स्थिर न होकर गतिशील हो गया है। विशिष्ट अतिथि सांई विश्वविद्यालय (कटक) के कुलपति प्रो. एके ङ्क्षसह ने कहा कि इस महामारी में कारपोरेट सेक्टर को नई संभावनाओं की खोज करनी होगी। प्रो. आशा राम त्रिपाठी, प्रो. आलोक चक्रवाल, प्रो. कृपा शंकर, डा. अशोक सिंह, डा. बृजेश, डा. गजेंद्र, डा. दिनेश आदि लोगों ने भी विचार व्यक्त किया। अध्यक्षता प्राचार्य डा. ओमप्रकाश सिंह, स्वागत डा. उदयन मिश्र, संचालन डा. अनिल प्रताप सिंह व धन्यवाद ज्ञापन डा. प्रदीप कुमार पांडेय ने किया।


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