Manimanjari Rai case : नगर पंचायत अध्यक्ष समेत अन्य की तलाश में उत्तराखंड गई पुलिस टीम खाली हाथ लौटी
बलिया नगर पंचायत मनियर की अधिशासी अधिकारी (ईओ) मणिमंजरी राय के आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए उत्तराखंड गई पुलिस टीम शनिवार को खाली हाथ लौट आई।
बलिया, जेएनएन। नगर पंचायत मनियर की अधिशासी अधिकारी (ईओ) मणिमंजरी राय के आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए उत्तराखंड के ऋषिकेश गई पुलिस टीम शनिवार को खाली हाथ लौट आई। पुलिस आरोपित नगर पंचायत अध्यक्ष भीम गुप्ता, कंप्यूटर आपरेटर अखिलेश व टैक्स लिपिक विनोद की गिरफतारी के लिए गई थी। इन आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसओजी टीम को भी लगाया गया है।
ईओ मणिमंजरी राय की मौत के मामले को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अभी पुलिस को गाजियाबाद विधि विज्ञान प्रयोगशाला से आने वाली ईओ मणिमंजरी राय, बैरिया के नायब तहसीलदार रजत ङ्क्षसह व गिरफ्तार चालक चंदन वर्मा की मोबाइल की जांच रिपोर्ट का इंतजार है। इसमें पुलिस डिलिट हुए डाटा को वापस लाने का प्रयास कर रही है। लगभग चार दिनों से एक एसआई मोबाइल लेकर विधि विज्ञान प्रयोगशाला गाजियाबाद लेकर गए हैं।
पुलिस को उम्मीद है कि डिलीट डाटा वापस आने पर काफी हद तक इस प्रकरण से पर्दा हट जाएगा
पुलिस को उम्मीद है कि डिलीट डाटा वापस आने पर काफी हद तक इस प्रकरण से पर्दा हट जाएगा। इधर पुलिस आरोपितों को पकडऩे के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। इसके लिए सदर कोतवाली की दो टीम व एसओजी टीम का गठन किया गया है। गौरतलब है कि छह जुलाई की रात शहर के आवास विकास कालोनी स्थित फ्लैट में ईओ मणिमंजरी का शव लटकता मिला था। इसके बाद से पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
गौरतलब है कि छह जुलाई की रात शहर के आवास विकास कालोनी स्थित किराए के फ्लैट में ईओ मणिमंजरी का शव लटकता मिला था। सदर कोतवाली में इस संदर्भ में मुकदमा कायम किया गया है। इसमें नगर पंचायत अध्यक्ष समेत दो कर्मचारियों को आरोपित बनाया गया है। सदर कोतवाल विपिन ङ्क्षसह ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसओजी समेत सदर कोतवाली की दो टीमें गैर जनपद गईं हैं। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।