बसों में अधिक ईंधन खपत पर प्रबंध निदेशक नाराज, सुधार नहीं हुआ तो कार्रवाई के लिए तैयार रहे जिम्मेदार
खराब डीजल औसत देने के मामले में प्रदेश के 25 डिपो की सूची में कैंट और काशी डिपो भी शामिल है।
वाराणसी, जेएनएन। खराब डीजल औसत देने के मामले में प्रदेश के 25 डिपो की सूची में कैंट और काशी डिपो भी शामिल है। इससे नाराज उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक डा. राजशेखर ने बसों में ईंधन खपत की औसत सुधारने को कहा। एक माह में सुधार नहीं होने पर अधिकारी से लेकर कर्मचारी कार्रवाई को तैयार रहे। आदेश आते ही अधिकारी और कर्मचारी हैरान है। अब वे डीजल औसत सुधारने के लिए रणनीति बनाने में जुट गए हैं। यह आदेश प्रबंध निदेशक ने शुक्रवार को वीडियो काफ्रेसिंग में स्थानीय अधिकारियों को दी। वे विभागीय समीक्षा कर रहे थे।
प्रबंध निदेशक ने कहा कि ईंधन को बचाने के लिए कई बार दिशा-निर्देश दिया जा चुका है। फिर भी निराशाजनक प्रदर्शन के लिए कहीं न कहीं विभागीय लापरवाही है। ईंधन बचाने के लिए जो भी प्रयास हो उसे शीघ्र करें, यदि ईंधन नहीं बचेगा तो निगम कभी फायदे में नहीं आ सकता है। निगम को फायदे में कई बिंदु होते हैं उसमें एक ईंधन भी शामिल है। उन्होंने बसों की बेहतर देख-रेख, मेंटेनेंस और औसत सुधारने के टिप्स दिए। साथ ही चालकों को प्रशिक्षण दिया जाए। चालक की लापरवाही से भी ईंधन की अधिक खपत होती है। फिर भी लापरवाही बरती गई तो कार्रवाई को तैयार रहे। फरवरी माह में ईंधन बचत में सुधार नहीं हुआ तो सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक और फोरमैन कार्रवाई को तैयार रहे।
इलाहाबाद रूट पर चली 115 बसें
मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शुक्रवार को परिवहन निगम की ओर से 115 बसें चलाई गई। बावजूद इसके प्रयागराज की बसों में श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं रही। यह जरूर रहा कि प्रयागराज से आने वाली बसों में भीड़ रही।