आजमगढ़ में शिक्षक पुत्र की हत्या करने वाला मुठभेड़ में घायल, रुपये के लिए अपहरण के बाद मार डाला
Azamgarh Encounter आजमगढ़ के मेंहनगर थाना क्षेत्र से अपहृत युवक की हत्या के बाद उसका शव नहर के किनारे दफनाने वाला आरोपित पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया। उसके दाहिने पैर में गोली लगने के बाद जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
आजमगढ़, जागरण संवाददाता। मेंहनगर थाना क्षेत्र से अपहृत युवक की हत्या के बाद उसका शव नहर के किनारे दफनाने वाला आरोपित पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया। उसके दाहिने पैर में गोली लगने के बाद जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
इस मामले में युवक के शिक्षक पिता ने थाने में सूचना देकर अपहरण की आशंका जताई थी। पुलिस ने घटना से पहले मोबाइल पर हुई बातचीत के आधार पर एक आरोपित को लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो मामला खुल गया और उसकी निशानदेही पर पुलिस ने बुधवार की भोर में गौरा गांव के पास शव को खोदवाकर निकाला। उसके बाद पुलिस ने मृतक की मोबाइल के बारे में पूछताछ की तो एक खंडहर में छिपाने की जानकारी दी। पुलिस साथ लेकर उसकी बरामदगी के लिए गई, तो वहां छिपाकर रखे तमंचे से पुलिस पर फायर कर भागने की कोशिश की, लेकिन जवाबी कार्रवाई में घायल हो गया।
इस मामले में बलिया जिले के निवासी और सरस्वती शिशु मंदिर मेहनगर में अध्यापक पद पर तैनात ओमप्रकाश ने 25 जनवरी को मुकदमा दर्ज कराया था । बताया था कि बेटा ओजस (18) 24 जनवरी की शाम से गायब है। पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू की, तो एक आरोपित का नाम सामने आया।
मेंहनगर थाना प्रभारी निरीक्षक विमल प्रकाश राय ने बताया कि मोबाइल पर हुई बातचीत के आधार पर गौरा गांव के वतन सिंह उर्फ राजा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई तो पता चला कि युवक की हत्या करके शव को दफन कर दिया गया है।
उसके बाद आरोपी की निशानदेही पर शव को खोदकर निकाला गया। मोबाइल बरामदगी के दौरान आरोपित ने पुलिस पर फायर कर भागने की कोशिश की, तो जवाबी कार्रवाई में घायल हो गया।