Make Small Strong : कोरोना काल में आर्थिक तंगी ने सताया तो डिजिटल प्लेटफार्म काम आया
कोरोना महामारी के प्रकोप ने लोगों में कुछ ऐसा ही भय भर दिया था। लोग एक-दूसरे को शक और संदेह की नजर से देखने लगे थे। स्वास्थ्य सुरक्षा के लिहाज से लोग इतने सहम गए कि होम सर्विस तो दूर की कौड़ी हो गई थी।
वाराणसी, जेएनएन। कहीं खूबसूरती और फिटनेस की चाह संक्रमण की चपेट में न धकेल दे। कोरोना महामारी के प्रकोप ने लोगों में कुछ ऐसा ही भय भर दिया था। लोग एक-दूसरे को शक और संदेह की नजर से देखने लगे थे। स्वास्थ्य सुरक्षा के लिहाज से लोग इतने सहम गए कि होम सर्विस तो दूर की कौड़ी हो गई थी। इस तंगी में शादियां ही एकमात्र विकल्प थीं, व्यापार को जीवित रखने के लिए । ऐसे दौर में वीडियो व ग्राफिक्स के जरिए लोगों को जागरूक किया और भरोसा जगाया। सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर कारोबार के थमे पहिये को रफ्तार दी और धार भी मिली।
बड़ी कुशलता से आपदा में अवसर तलाशते हुए कारोबार में ऊर्जा का संचार करने वाली माइंड एंड सोल ब्यूटी सैलून व फिटनेस सेंटर की निदेशक प्रिया मिश्रा कहती हैं संकट में डिजिटल प्लेटफार्म व सहकार काम आया। कोरोना के कारण जब लाकडाउन लगा तक आर या पार की नौबत आई। ऐसे समय में शहर के तमाम संगठनों की महिला सदस्यों ने एक-दूसरे के व्यापार को आगे बढ़ाने की ठानी। तमाम सदस्य एक-दूसरे की सहायता के लिए आगे बढ़ीं और सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसार कर व्यापार के थमे पहिये को चला दिया।
दरअसल लाकडाउन के कारण चार-पांच माह तक ब्यूटी सैलून व फिटनेस सेंटर तो बंद रहे, लेकिन इस दौरान भी भवन का किराया और कर्मचारियों वेतन तो देना ही था। अपने प्रेरक पलों को साझा करते हुए प्रिया बताती हैं कि कारोबार ठप था, स्टाफर्स को वेतन की समस्या आ रही थी।सेंटर खुलने पर भी लोग भयवश आने से कतराते रहे। ऐसे समय में बचपन से सुनती आ रही सूक्ति संगठन में शक्ति का ख्याल आया। ऐसे समय में रोटरी क्लब, बिजनेस नेटवर्क इंटरनेशनल समेत बनारस के तमाम संगठनों के सदस्यों से बातचीत का। उन्हें सेंटर में बुलाया, समझाया, वे ग्राहक की भूमिका में आईं। उनके साथ मिल कर हर प्रासेस के वीडियो बनाए और उनसे तमाम नंबर भी लिए। उनके जरिए और कर्मचारियों के सहयोग से इसे अधिक से अधिक प्रसारित करने के मिशन में जुट गई। एक से दो, दो से चार और सौ-हजार होते सुरक्षा मानक पूरे करते सेवा देने का वीडियो हर घर तक पहुंचाने का अभियान आगे बढ़ाया। इसके बाद भी लगता रहा कि रूटीन ग्राहकों को फिर से बुलाने के लिए इतना ही काफी नहीं है। ऐसे में वीडियो व ग्राफिक्स को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी अपलोड किया। इसमें यह भी दिखाया कि किस तरह ब्यूटी केयर के दौरान सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। परिसर में प्रवेश करते ही सैनिटाइजेशन टनल में पूरी तरह विसंक्रमित किया जा रहा और बेहद साफ-सफाई से कार्य किए जा रहे हैं। मास्क की अनिवार्यता, शारीरिक दूरी व टेंपरेचर टेस्टिंग आदि की जा रही है तो मशीन उपकरणों को लेकर भी सजगता बरती जा रही है। यह सब देख कर रिस्पांस मिलने लगा। पहले लोगों ने सोशल मीडिया पर जानकारियां लेने में रूचि दिखाई। साथ ही लोगों का भरोसा जमता चला गया। भय का माहौल खत्म हुआ, ग्राहक आने लगे बात बनती चली गई। खास यह सजगता व सक्रियता के कारण जब से अनलाक हुआ तब से लेकर अब तक कोई भी संक्रमित नहीें हुआ।
कोरोना में बढा मोटापा तो लोग हुए आकर्षित
ब्यूटी व फिटनेस केयर की निदेशक प्रिया के अनुसार छह माह तक लोग घरों में बैैठै-बैठै ऊब ही नहीं गए बल्कि लोगों का वजन भी काफी बढ़ गया था। वीडियो देखन के बाद जब लोगों की हिम्मत बढ़ी तब जाकर स्वास्थ्य और खूबसूरती की ङ्क्षचता हुई। पहले तो लोगों ने घर में ही इसका समाधान पाने का रास्ता जानना चाहा लेकिन लगा कि यह बिना सेंटर गए संभव नहीं तो सबके कदम ब्यूटी केयर सेंटर की ओर स्वत: खींचे चले आए। इस भरोसे को कायम रखना भी कम चुनौती न थी। ऐसे में मास्क और शारीरिक दूरी के नियम का पालन अनिवार्य किया।दरअसल, बदलते मौसम में त्वचा को अधिक देखभाल की जरूरत होती है। ऐसे समय में स्वस्थ रहने और त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी उपायों के बारे में भी सोशल मीडिया के जरिए जानकारी देकर सेंटर तक आने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा।