महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ : हजारों छात्रों ने अब तक नहीं भरा परीक्षा फार्म, अब दो फरवरी तक का मौका
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक व स्नातकोत्तर प्रथम तृतीय व पंचम सेमेस्टर की परीक्षाएं फरवरी के द्वितीय सप्ताह में प्रस्तावित हैं। वहीं वाराणसी सहित पांचों जिलों में अब तक हजारों छात्र परीक्षा फार्म नहीं भर सके हैं।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक व स्नातकोत्तर प्रथम, तृतीय व पंचम सेमेस्टर की परीक्षाएं फरवरी के द्वितीय सप्ताह में प्रस्तावित हैं। वहीं वाराणसी सहित पांचों जिलों में अब तक हजारों छात्र परीक्षा फार्म नहीं भर सके हैं। इसे देखते हुए विद्यापीठ ने आनलाइन परीक्षा फार्म भरने की अंतिम तिथि दो फरवरी तक के लिए बढ़ा दी है।
पहले स्नातक स्तर के बीबीए, बीसीए, बीलिब, बीएससी (कृषि, टेक्सटाइल), एलएलबी, बीए-एलएलबी, बीपीएड, बीएड, बीकाम (आनर्स) प्रथम, तृतीय व पंचम तथा स्नातकोत्तर स्तर के एमए, एमएससी, एमकाम, एमम्यूज, एमपीएड, पीजीडीसीए, एमएड, एमएफए, एलएलएम, एमलिब, एमएससी (कृषि), एमजेएमसी एम काम, एमएसडब्ल्यू, आइआरपीएम, एमटीटीएम, एमबीए प्रथम तथा तृतीय सेमेस्टर मंगलवार निर्धारित थी। कुलसचिव डा. सुनीता पांडेय ने बताया कि अब संस्थागत व व्यक्तिगत चार फरवरी तक शुल्क जमा कर सकते हैं। वहीं आवेदन की हार्ड कापी विभाग, संकाय या संबंधित महाविद्यालयों में जमा करने की अंतिम तिथि अब छह फरवरी तक के लिए बढ़ा दी गई है।
15 फरवरी तक शोध प्रबंध जमा करने का मौका
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के मनोविज्ञान विभाग से एमफिल कर रहे विद्यार्थी अब 15 फरवरी तक लघु शोध प्रबंध जमा कर सकते हैं। यह जानकारी विभागाध्यक्ष डा. रश्मि सिंह ने दी है।
आनलाइन क्लास जारी
कोरोना महामारी को प्रकोप को देखते सभी शैक्षणिक संस्थाएं 30 जनवरी तक बंद है। सभी स्कूल-कालेजों को आनलाइन कक्षाएं संचालित करने का निर्देश है। वहीं महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के तमाम छात्र अब तक आनलाइन क्लास से नहीं जुड़ सके हैं। इसे देखते हुए विद्यापीठ प्रशासन सभी पंजीकृत विद्यार्थियों को डेटा बैंक बना रहा है। इसमें विद्यार्थियों का नाम, विभाग का नाम, चयनित विषय, मोबाइल नंबर शामिल हैं। छात्रों का दावा है कि कोविड के कारण भौतिक रूप क्लास संचालित करने पर रोक लगा दी गई है। वहीं आनलाइन क्लास भी सुचारू रूप से नहीं चल रहा है। इस संबंध में गत दिनों छात्रों का प्रतिनिधिमंडल कुलसचिव से भी मिला था और उन्हें पत्रक सौंपा था। दूसरी ओर कुलसचिव डा. सुनीता पांडेय का दावा है कि आनलाइन क्लास जारी है। विभागाध्यक्षों के पास सभी विद्यार्थियों का मोबाइल नंबर नहीं हैं। इसके कारण कुछ अध्यापक ऐसे छात्रों आनलाइन क्लास से जोड़ नहीं पा रहे हैं। इसे देखते हुए दाखिले के आवेदन से विद्यार्थियों का डाटा बैंक तैयार कराया जा रहा है। विद्यार्थियों का विवरण जल्द ही विभागाध्यक्षों को सौंप दिया जाएगा ताकि वह विद्यार्थियों को आनलाइन क्लास के ग्रुप में जोड़ सके।