महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ : डेढ़ घंटे के स्थान पर अब एक घंटे की होगी बीए-एलएलबी की परीक्षाएं
काशी विद्यापीठ में छात्र आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। किसी न किसी मुद्दे पर परिसर में आए दिन धरना-प्रदर्शन हो रहा है। इस क्रम में बगैर परीक्षा के अगली कक्षा में प्रोन्नत करने की मांग को लेकर पंचवर्षीय विधि के छात्रों ने मंगलवार को जमकर हंगामा किया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में छात्र आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। किसी न किसी मुद्दे पर परिसर में आए दिन धरना-प्रदर्शन हो रहा है। इस क्रम में बगैर परीक्षा के अगली कक्षा में प्रोन्नत करने की मांग को लेकर पंचवर्षीय विधि के छात्रों ने मंगलवार को जमकर हंगामा किया। परिसर में पुलिस फोर्स की तैनाती के बाद भी नारेबाजी करते हुए छात्र पंत प्रशासनिक भवन में घुस गए। इस दौरान छात्रों ने कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की की और फाइल भी छीनने का प्रयास किया। यही नहीं कुलपति कक्ष के सामने छात्र धरने पर बैठ गए। घंटे समझाने-बुझाने के बाद छात्रों ने आंदोलन स्थगित किया।
बीए-एलएलबी (द्वितीय व चतुर्थ सेमेस्टर), एलएलबी व एलएलएम (द्वितीय सेमेस्टर) की परीक्षा के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने सोमवार की देरशाम टाइम टेबल जारी किया। विधि की परीक्षाएं 29 नवंबर से 11 दिसंबर तक होनी है। वहीं इसकी जानकारी मिलते ही पंचवर्षीय विधि के छात्र आक्रोशित हो गए और नारेबाजी करते हुए पंत प्रशासनिक भवन आ गए। छात्र कोरोना महामारी में शासन की गाइड लाइन का हवाला देते हुए बगैर परीक्षा के अगली कक्षा में प्रोन्नत करने का दबाव बनाने लगे। छात्रों का शोरगुल सुनकर चीफ प्राक्टर प्रो. निरंजन सहाय, सुरक्षाधिकारी सुभाष चंद्र मिश्र सहित अन्य लोग पहुंच गए। इस बीच विधि विभाग के अध्यक्ष प्रो. रंजन कुमार, डा. केके सिंह सहित अन्य अध्यापकों को भी बुला लिया है। विभागाध्यक्ष ने छात्रों ने समझाया कि विधि में बार काउंसिल आफ इंडिया की गाइड लाइन का पालन करना अनिवार्य होता है। बार काउंसिल के अनुसार बगैर परीक्षा के अगली कक्षा में प्रोन्नत नहीं किया जा सकता है। अध्यापकों ने बीए-एलएलबी की परीक्षाएं डेढ़ घंटे के स्थान पर एक घंटे का कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद छात्रों का आक्रोश शांत हुआ।