Mahatma gandhi kashi vidyapith : अब संबद्ध कालेजों के शिक्षकों का मांगा फीड बैक
अब प्रशासन ने संबद्ध कालेजों के स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों में तैनात शिक्षकों का फीड बैक मांगा है। अशासकीय महाविद्यालयों के स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों व स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों से निर्धारित प्रोफार्मा में दो दिनों के भीतर शिक्षकों के कार्यकाल का अनुभव व अन्य विवरण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
वाराणसी, जेएनएन। अब प्रशासन ने संबद्ध कालेजों के स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों में तैनात शिक्षकों का फीड बैक मांगा है। अशासकीय महाविद्यालयों के स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों व स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों से निर्धारित प्रोफार्मा में दो दिनों के भीतर शिक्षकों के कार्यकाल का अनुभव व अन्य विवरण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। इसे लेकर संबद्ध कालेजों के शिक्षकों में खलबली मची हुई है।
विद्यापीठ प्रशासन ने जुलाई में विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर, गंगापुर व एनटीपीसी (सोनभद्र) परिसर में तैनात संविदा के शिक्षकों से पांच साल का फीड बैक मौखिक रूप से मांगा था। इसके तहत तमाम शिक्षकों ने पांच साल में पठन-पाठन का विवरण निर्धारित प्रोफार्मा में दिया भी था। वहीं बाद में विद्यापीठ प्रशासन ने छात्रसंख्या के आधार पर संविदा शिक्षकों की नए सिरे से नियुक्ति करने का एलान कर दिया। इसे देखते हुए संबद्ध कालेजों के शिक्षक की भी धड़कन बढ़ गई है। वहीं कुलसचिव डा. एसएल मौर्य का कहना है कि शासन के निर्देश पर वाराणसी, चंदौली, भदोही, मीरजापुर व सोनभद्र जनपदों के संबद्ध अशासकीय महाविद्यालयों के स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों व स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों में तैनात शिक्षकों की सूचनाएं निर्धारित प्रोफार्मा पर मांगी गई है। पांचों जनपदों के संबद्ध कालेजों से कार्यरत शिक्षकों का नाम, विभाग व विषय का नाम, प्रथम नियुक्ति की तिथि, संविदा समाप्ति या विस्तारित की स्थिति, कार्यकाल अर्थात अनुभव का वर्ष मासिक वेतनमान देने को कहा गया है ताकि शासन से सूचनाएं प्रेषित की जा सके।