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महात्‍मा गांधी काशी विद्यापीठ में विलंब शुल्क के बाद मिली परीक्षा तक आवेदन की सुविधा

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक प्रथम द्वितीय तृतीय व चतुर्थ खंड के संस्थागत व व्यक्तिगत परीक्षा फार्म भरने की अंतिम तिथि 25 मार्च ही निर्धारित थी। इसके बावजूद वाराणसी सहित पांच जिलों के सैकड़ों छात्र अब तक परीक्षा फार्म नहीं भर सके हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 04 Apr 2021 04:48 PM (IST)Updated: Sun, 04 Apr 2021 04:48 PM (IST)
महात्‍मा गांधी काशी विद्यापीठ में विलंब शुल्क के बाद मिली परीक्षा तक आवेदन की सुविधा
वाराणसी सहित पांच जिलों के सैकड़ों छात्र अब तक परीक्षा फार्म नहीं भर सके हैं।

वाराणसी, जेएनएन। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक प्रथम, द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ खंड के संस्थागत व व्यक्तिगत परीक्षा फार्म भरने की अंतिम तिथि 25 मार्च ही निर्धारित थी। इसके बावजूद वाराणसी सहित पांच जिलों के सैकड़ों छात्र अब तक परीक्षा फार्म नहीं भर सके हैं। विश्वविद्यालय व महाविद्यालय के छात्र लगातार अंतिम तिथि बढ़ाने का दबाव बना रहे थे। इसे देखते हुए विद्यापीठ प्रशासन ने छात्रों को परीक्षा शुरू होने तक एक हजार रुपये विलंब शुल्क के साथ आवेदन करने का मौका दे दिया है। वहीं स्नातक की वार्षिक परीक्षा अप्रैल के अंतिम सप्ताह से प्रस्तावित है।

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विद्यापीठ प्रशासन के इस फैसले से वाराणसी ही नहीं चंदौली, भदोही, मीरजापुर व सोनभद्र के सैकड़ों छात्रों को राहत मिलनी तय है। वहीं अब परीक्षा फार्म की तिथि बार-बार बढ़ाने के दबाव से भी विद्यापीठ प्रशासन मुक्त हो गया। विद्यापीठ प्रशासन का कहना है हर साल अंतिम तिथि समाप्त होते ही कोई बीमारी तो कोई अन्य कारणों का हवाला देते हुए परीक्षा फार्म की तिथि बढ़ाने के लिए अनुरोध करता था। छात्रहित में कई बार अंतिम तिथि बढ़ानी पड़ती थी। इसके बावजूद छात्रों के आदत में सुधार नहीं आ रहा था।

इसे देखते हुए एक हजार रुपये विलंब शुल्क के साथ परीक्षा होने की तिथि तक छात्रों को ऑनलाइन परीक्षा फार्म भरने का मौका दे दिया गया है। अब यदि छात्रों को विलंब शुल्क से बचना है तो अगले सत्र से समय से छात्र परीक्षा फार्म भर देंगे। कहा कि सभी छात्रों के लिए एक समान नियम बनाए जाने से असंतोष भी खत्म हो गया। दूसरी ओर संबद्ध कालेजों के प्राचार्यों का कहना है कि विद्यापीठ प्रशासन ने वेबसाइट पर एक लाइन का आदेश अपलोड कर दिया है जिसमें विलंब शुल्क के साथ परीक्षा फार्म भरने की सुविधा देने की बात कही गई है लेकिन विलंब शुल्क कितना लगेगा। इसका उल्लेख नहीं है।

संस्थागत छात्रों का शुल्क जमा करने पर प्रति छात्र एक हजार रुपये विलंब शुल्क खाते से कट जा रहा है। वेबसाइट पर स्पष्ट विलंब शुल्क का उल्लेख न होने से तमाम छात्र शुल्क जमा करने में हीलाहवाली कर रहे हैं। उधर कुलसचिव डा. एसएल मौर्य का कहना है कि महाविद्यालयों का आरोप खारिज किया है। कहा कि विलंब शुल्क स्पष्ट उल्लेख है। कोई भी छात्र ऑनलाइन जैसे ही ऑनलाइन शुल्क जमा करेंगा। उसके सामने ई-चालान पर 1000 विलंब शुल्क का विवरण सामने आ जाएगा।


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