Maha Shivaratri : गंगा किनारे बहेगी सुर-सरिता, राजघाट पर तीन दिवसीय महोत्सव का 20 से होगा आयोजन
काशी में महाशिवरात्रि के आयोजन को भव्य बनाने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से इस बार गंगा किनारे तीन दिवसीय आयोजन किए जा रहे हैं।
वाराणसी, जेएनएन। काशी में महाशिवरात्रि के आयोजन को भव्य बनाने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से इस बार गंगा किनारे तीन दिवसीय आयोजन किए जा रहे हैं। राजघाट पर होने वाले आयोजन में भजन संध्या के बीच ठहाके भी लगेंगे। पर्यटन राज्यमंत्री डा. नीलकंठ तिवारी की पहल पर योगी सरकार ने लिए 50 लाख रुपये भी जारी कर दिए हैं। महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर सकते हैं।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि इस बार महाशिवरात्रि पर्व के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को वाराणसी की सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराने के लिए तीन दिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव 20 से 22 फरवरी तक गंगा किनारे राजघाट पर मनाया जाएगा। व्यास महोत्सव को भी महाशिवरात्रि महोत्सव से जोडऩे की तैयारी चल रही है।
महशिवरात्रि महोत्सव में विशेष रूप से भगवान शिव पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। कमिश्नर ने बताया कि महोत्सव में प्रथम दिन भगवान शिव पर आधारित कथक नृत्य, गायन के साथ अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन होगा। विख्यात कवि सुनील जोगी के नेतृत्व में कवि सम्मेलन में मदन मोहन समर, डा. सुरेश अवस्थी, डॉ विष्णु सक्सेना, डा. राजेश चेतन, हेमंत पांडे, जगबीर राठी, सुश्री गौरी मिश्रा अलावा दमदार बनारसी एवं सांड़ बनारसी रहेंगे।
दूसरी निशा भजन संध्या के नाम : महाशिवरात्रि महोत्सव के दूसरे दिन 21 फरवरी को कथक एवं भजन के साथ-साथ तृप्ति शाक्या और प्रेम प्रकाश दुबे भजन की प्रस्तुति देंगे। तीसरे दिन 22 फरवरी को प्रख्यात भजन गायक अग्निहोत्री बंधुओं के साथ-साथ सुखदेव मिश्र वादन एवं गणेश मिश्र गायन की प्रस्तुति देंगे।
श्रद्धालुओं के लिए बिछेगा रेड कारपेट
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि परंपरागत मार्ग से ही श्रद्धालु मंदिर परिसर में प्रवेश करेंगे। श्रद्धालुओं के लिए इस बार भी रेड कारपेट बिछेगा। महाशिवरात्रि पर कोई टिकट नहीं काटा जाएगा। जिन लोगों ने पहले से बुकिंग करा ली है, उन्हें ही सुविधा मिलेगी। अक्सर प्रतिबंधित सामान लेकर श्रद्धालु चले आते हैं। घंटों इंतजार के बाद उन्हें वापस होना पड़ता है। श्रद्धालुओं को तकलीफ न हो इसलिए बेरिकेट्स में प्रवेश के दौरान ही चेकिंग कराई जाएगी। मैदागिन से गोदौलिया तक सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। दिव्यांगजन व अशक्त लोगों के लिए ई-रिक्शा संचालित किए जाएंगे।
वीआइपी न आएं काशी
महाशिवरात्रि पर बाबा का आशीर्वाद लेने काशी में वीआइपी का भी जमावड़ा रहता है। पुलिस-प्रशासन को उनकी सुरक्षा-व्यवस्था में पसीने छूट जाते हैं। घंटों लाइन में लगकर दर्शन-पूजन करने वाले भी वीआइपी के आगमन पर नाराजगी जताते हैं। इस बार शासन को पत्र लिखकर अनुरोध किया गया है कि वह इस संबंध में एक एडवाइजरी जारी करे कि महाशिवरात्रि पर वाराणसी का भ्रमण करने से बचें।