LT Grade Teacher Recruitment घोटाला में इनामी आरोपित का कोर्ट में समर्पण, भेज दिया जेल
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में हुई धांधली के मामले में एसटीएफ के बढ़ते दबाव को देखते हुए बुधवार को नामजद आरोपित विशेष न्यायाधीश की अदालत में समर्पण कर दिया।
वाराणसी, जेएनएन। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में हुई धांधली के मामले में एसटीएफ के बढ़ते दबाव को देखते हुए बुधवार को नामजद आरोपित प्रभुदयाल यादव ने विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) पुष्कर उपाध्याय की अदालत में समर्पण कर दिया। अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
गाजीपुर जिले के सुहवल थानांतर्गत भगीरथीपुर गांव निवासी प्रभुदयाल यादव के फरार घोषित होने पर एसटीएफ ने उस पर 15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। इसी प्रकरण में छह जून को एसटीएफ ने फरार दो अन्य आरोपितों अजीत चौहान तथा अजय चौहान को गिरफ्तार किया था। जौनपुर जिले के नेवढिय़ा थाना क्षेत्र निवासी इन दोनों पर भी एसटीएफ ने 15-15 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। एक अन्य आरोपित विनोद कुमार शर्मा ने दो दिन पूर्व अदालत में समर्पण किया था।
अभियोजन पक्ष के अनुसार 28 जुलाई 2018 लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों से रकम लेकर धांधली की गई है। इस मामले में 28 मई 2019 को एसटीएफ ने चोलापुर थाना क्षेत्र से कौशिक कुमार कर को गिरफ्तार कर इस धांधली को उजागर किया था। एसटीएफ ने अगले ही दिन प्रयागराज से लोक सेवा आयोग की परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार को भी गिरफ्तार किया था। विवेचना के दौरान और भी आरोपित पकड़े गए।
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में हुई धांधली के मामले में एसटीएफ के बढ़ते दबाव को देखते हुए 15 जून को आरोपित विनोद कुमार शर्मा ने अदालत में समर्पण कर दिया। आरोपित की ओर से अंतरिम जमानत की अपील की गई थी। विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण) पुष्कर उपाध्याय की अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपित की अंतरिम जमानत अर्जी खारिज कर दी और उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। आरोपित की अर्जी का विरोध प्रभारी डीजीसी मुनीब सिंह चौहान तथा अधिवक्ता सर्वेंद्र सिंह ने किया।
अभियोजन पक्ष के अनुसार 28 जुलाई 2018 लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों से रकम लेकर धांधली की गई है। इस मामले में 28 मई 2019 को एसटीएफ ने चोलापुर थाना क्षेत्र से कौशिक कुमार कर को गिरफ्तार कर इस धांधली को उजागर किया था। एसटीएफ ने अगले ही दिन प्रयागराज से लोक सेवा आयोग की परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार को भी गिरफ्तार किया। बाद में और भी आरोपित पकड़े गए। विवेचना के क्रम में छह जून 2020 को एसटीएफ ने दो इनामी आरोपितों अजीत चौहान तथा अजय चौहान को गिरफ्तार किया। दोनों से पूछताछ में मुगलसराय (चंदौली) का नाम प्रकाश में आने पर एसटीएफ ने विनोद की घेराबंदी शुरु कर दी। गिरफ्तारी से बचने के लिए विनोद कुमार शर्मा ने अदालत में समर्पण कर दिया और अंतरिम जमानत देने की अपील की गई। दलील दी कि उक्त प्रकरण में पकड़े गए दो आरोपितों के सिर्फ बयान के आधार पर उसे भी आरोपित किया गया है।