चुनावी राजनीति को लेकर हटा lockdown जो बेहद निंदनीय, बोले- कांग्रेस पूर्व मंत्री अजय राय
चुनावी राज्यों में बेहद खर्चीली वर्चुअल रैली व राज्यसभा चुनावों की राजनीति के लिए लॉकडाउन हटाया लिया गया जो बेहद निंदनीय है।
वाराणसी, जेएनएन। देश, प्रदेश और काशी कोविड-19 और उसके गंभीर सामाजिक-आर्थिक दुष्प्रभावों के गंभीर दौर में है। सत्ता में बैठे लोग उससे बेपरवाह ही नहीं बल्कि खर्चीले राजनीतिक उत्सवों में मशगूल हैं। सत्तारूढ़ दल द्वारा चुनावी राज्यों में बेहद खर्चीली वर्चुअल रैली व राज्यसभा चुनावों की राजनीति के लिए लॉकडाउन हटाया लिया गया, जो बेहद निंदनीय है।
मैदागिन स्थित पराड़कर स्मृति भवन में गुरुवार को आयोजित प्रेसवार्ता में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि 144 करोड़ की आभासी रैली के बाद इस संकट में भाजपा अब सरकार अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए 10 करोड़ चिठ्ठी भेजेगी। जिस पर लाजिमी तौर पर न्यूनतम एक सौ करोड़ व्यय होगा। सुरसा की तरह बढ़ती बेकारी के बीच शिक्षक भर्ती भी महज घोटाला बन कर रह गई। लंबे समय की बंदी के बाद देवालय दूर से दर्शन के लिए खुले और खुद गर्भगृह में पूजन के साथ मुख्यमंत्री ने आनलाइन वर्चुअल दर्शन पूजन काशी विश्वनाथ धाम में उद्घाटित किया। यह काम तो पहले भी संभव था। बेरोजगारी से लोग तनाव में हैं और आत्महत्या कर रहे हैं। कामगारों की मदद के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू आगे आए तो प्रदेश सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। कहा कि इतिहास गवाह है कि दमनकारी नीति से कांग्रेस का हौसला बढ़ जाता है। अजय लल्लू को छुड़ाने व कांग्रेस की नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए आंदोलन जारी रहेगा।
अजय राय ने कहा कि वाराणसी कांग्रेस प्रदेशव्यापी विरोध के क्रम में एक सप्ताह से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की अनैतिक एवं अन्यायपूर्ण गिरफ्तारी के खिलाफ गांधीवादी ढंग एवं समय की मर्यादा के अनुरूप जरूरतमंदों को भोजन वितरण का विशेष सेवा सत्याग्रह चला रही है। हम इस अन्याय का लगातार रचनात्मक सत्याग्रही विरोध जारी रखेंगे तथा वर्तमान सत्तारूढ़ दल की हर जनविरोधी, निरंकुश तथा विफल नीतिययों को जनता के बीच लेकर जाएंगे। आज देश एवं प्रदेश की जनता जिस तरह से अपनी रोजमर्रा की दुश्वारियों से पीड़ित है, उसे देखते हुए कांग्रेस देश की आम जनता की भलाई के लिए अपनी जन सापेक्ष भूमिका को हमेशा कि तरह निभाने के लिए दृढ़संकल्प बद्ध है ।