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Lockdown in Azamgarh : सड़कों पर पसरा रहा सन्नाटा, सब्जी व फल वालों ने भी नहीं खोली दुकान

सरकार के 35 घंटे के लॉकडाउन का सदुपयोग नगर निकायों ने कोरोना संक्रमण का चेन तोड़ने में बिताया। लंबे समय बाद लगे लॉकडाउन का जिले में व्यापक असर दिखा। लंबे समय बाद लगे लॉकडाउन का जिले में व्यापक असर दिखा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sun, 18 Apr 2021 02:40 PM (IST)Updated: Sun, 18 Apr 2021 02:40 PM (IST)
Lockdown in Azamgarh : सड़कों पर पसरा रहा सन्नाटा, सब्जी व फल वालों ने भी नहीं खोली दुकान
आजमगढ़ में लॉकडाउन के कारण सड़कों पर सन्‍नाटा पसरा रहा।

आजमगढ़, जेएनएन। लंबे समय बाद लगे लॉकडाउन का जिले में व्यापक असर दिखा। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र की बाजारों में भी दुकानों के ताले नहीं खुले। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। बुहत जरूरी काम से ही लोग घरों से निकले और पुलिस की टोकाटाकी के बीच गंतव्य तक पहुंच सके। छोटे कारोबारियों ने भी लॉकडाउन का पालन किया और दुकानें नहीं खोलीं। यहां तक कि फल और सब्जी वालों ने भी दुकान लगाना उचित नहीं समझा, जबकि उनकी दुकानों को बंद से मुक्त किया गया था।

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सुबह के समय इक्का-दुक्का वाहन आते-जाते दिखे लेकिन दोपहर होने से पहले ही लोग घरों को लौट गए। खास बात यह कि पुलिस को बहुत सख्ती भी नहीं करनी पड़ी। हां, आटो या बाइक सवारों को रोककर आवागमन का कारण जरूर पूछा गया। माकूल जवाब मिलने के बाद पुलिस भी उन्हें छोड़ दे रही थी। दूसरी ओर उन लोगों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा जिनकी चाय की तलब दुकानों के भरोसे पूरी होती है अथवा जिन्हें पान व गुटखा की तलब लगती है। ऐसे लोग एक-दूसरे से पूछ रहे थे कि कहीं दुकान खुली है या नहीं।

सरकार ने काेरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सप्ताह में एक दिन के लॉकडाउन का एलान किया है। मकसद यह कि इस दौरान बाजारों को सैनिटाइज करके काेरोना के चेन को तोड़ा जा सके। बंदी के दौरान नगर पालिका की ओर से टैंकर लगाकर दुकानों व अन्य प्रतिष्ठानों के बाहरी हिस्से को सैनिटाइज किया गया।

कोरोना संक्रमण को ‘लॉक’ करने में जुटे नगर निकाय

सरकार के 35 घंटे के लॉकडाउन का सदुपयोग नगर निकायों ने कोरोना संक्रमण का चेन तोड़ने में बिताया। आजमगढ़ नगर पालिका परिषद समेत सभी निकायों के ईओ सैनिटाइजेशन एवं साफ-सफाई करने पर जोर दिए। रेलवे स्टेशन, रोडवेज बस अड्डा समेत घनी आबादी वाले इलाकों पर जबरदस्त फोकस रहा। उधर, अस्पतालों में भी ओपीडी बंद रहने से भीड़-भाड़ का आलम कम होने से संक्रमण पर अंकुश की उम्मीद की जाने लगी है। हालांकि, लाॅकडाउन के कारण आवश्यक सेवाओं से जुड़े प्रतिष्ठान खुले रहे, जिससे आम जनता को ज्यादा मुश्किल नहीं हुई। पुलिस के सख्ती न दिखाने के बावजूद लोगों ने घरों में खुद को कैद रखना मुनासिब समझा। नगर पालिका के आजमगढ़ के अधिशासी अधिकारी डाॅ. शुभनाथ प्रसाद ने बताया कि जलकल विभाग के दो ट्रैकरों से शहर में सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। शहर की मुख्य सड़क, कलेक्ट्रेट क्षेत्र, दीवानी कचहरी क्षेत्र, सिविल लाइंस क्षेत्र, हरबंशपुर तक नगर पालिका के कर्मी सैनिटाइजेशन कर रहे थे।


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