बनारस पूर्वांचल का कोटा : लॉकडाउन ने बदला शिक्षा का ट्रेंड, यकीनन आगे नए युग का होगा आगाज
प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग के मामले में बनारस पूर्वांचल का कोटा (राजस्थान) माना जाता है।
वाराणसी, जेएनएन। प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग के मामले में बनारस पूर्वाचल का कोटा (राजस्थान) माना जाता है। पूर्वाचल के विभिन्न जिलों से ही नहीं बल्कि बिहार से भी प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने बनारस आते हैं। कोरोना के प्रकोप से इस समय कोचिंग संस्थानों में सन्नाटा पसरा है। बच्चे घरों से नहीं निकल पा रहे। इसे देखते हुए कोचिंग संस्थानों ने पठन-पाठन का ट्रेंड बदला है। अब विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी ऑनलाइन करा रहे हैं। इस तरह देश में नए युग का आगाज हुआ है। विद्यार्थियों से लेकर शैक्षिक संस्थानों को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के नारे का व्यापक अर्थ बखूबी समझ में आने लगा है। हालांकि ऑनलाइन की राह में शैक्षिक संस्थानों के शिक्षकों व विद्यार्थियों को तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन इसका रास्ता भी वह स्वयं तलाश रहे हैं। बड़े कोचिंग संस्थानों का मानना है कि यह वक्त ऑनलाइन पठन-पाठन में खामी निकालने का नहीं, समय व तकनीक के साथ चलने का है। इतिहास गवाह है कि देश-दुनिया में जब-जब परिवर्तन आया है, तब-तब विरोध का भी सामना करना पड़ा है। दूसरी ओर यह भी सच है कि जो समय और परिस्थितियों के अनुसार अपने आप को ढाल लेता है वही आगे बढ़ता है। लॉकडाउन होने के कारण वर्तमान समय से परंपरागत तरीके से पठन-पाठन संभव नहीं हैं। ऐसे में ऑनलाइन पठन-पाठन शैक्षणिक संस्थानों व कोचिंग की ही नहीं विद्यार्थियों की भी बाध्यता है। अभिभावकों को भी इसे स्वीकार करना होगा। ऑनलाइन क्लास के बारे में जितना जल्द हम समझ लेंगे उतनी जल्दी पठन-पाठन पटरी पर दौड़ने लगेगा। अन्यथा प्रतिस्पर्धा के इस दौर में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में पिछड़ जाएंगे। बच रहा हॉस्टल का खर्च बनारस आकर कोचिंग संस्थानों में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अब अपने घरों से ही ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। बिहार के राकेश कुमार का कहना है कि ऑनलाइन पढ़ाई से हॉस्टल का खर्च बच रहा। ऑनलाइन पढ़ाई किफायती भी है। स्वयं बनाया ई-प्लेटफार्म इंजीनिय¨रग व मेडिकल की तैयारी कराने वाली कोचिंग जेआरएस ट्यूटोरियल्स ने ऑनलाइन क्लास की शुरूआत पहले ही कर दी है। निदेशक अमरेंद्र कुमार झा ने बताया कि वेबसाइट पर ई-प्लेटफार्म बनाया गया है। रजिस्ट्रेशन करने वाले विद्यार्थियों को मुफ्त ऑनलाइन पढ़ने की सुविधा दी जा रही। इके अलावा यू-टूयूब पर वीडियो अपलोड किए जा रहे हैं। इसी प्रकार टाइम कोचिंग का भी ई-प्लेटफार्म है। निदेशक अनुपम रघुवंशी ने बताया कि ऑनलाइन टेस्ट पहले भी कराए जाते थे। अब इसी ई-प्लेटफार्म पर ऑनलाइन पढ़ाई भी शुरू कर दी गई है। यू-ट्यूब पर बनाया पोर्टल संकल्प ट्यूटोरियल्स ने यू-ट्यूब पर अपना पोर्टल बनाया है। प्रबंध निदेशक अशोक कुमार चौरसिया ने बताया कि कोचिंग में पंजीकृत विद्यार्थियों को लिंक दिया जा रहा है। इसके माध्यम विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। उनकी शंका के समाधान के लिए वाट्सएप पर एक अलग से ग्रुप बनाया गया है। इस क्रम में कैटजी कोचिंग व ओरिजेंस एजुकेशन भी ऑनलाइन की राह पर हैं। कैटजी के निदेशक प्रतीक उपाध्याय ने बताया कि शिक्षक घर से ही स्टडी मैटेरियल तैयार कर रहे हैं। इसके लिए शिक्षकों के घर पर पूरा सेटअप तैयार किया गया है। ओरिजेंस कोचिंग के निदेशक सुनील सिंह ने बताया कि आडियो-वीडियो माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई जारी है। इसके लिए बच्चों का वाट्सएप पर ग्रुप बनाया गया है।