कोटेदारों को नहीं मिला खाद्यान्न का बकाया रुपये, लॉकडाउन में गरीबों के बीच किए थे राशन वितरण
कोटेदार प्रत्येक माह नकद रुपये जमाकर अंत्योदय व पात्र गृहस्थी कार्डधारकों के लिए राशन का उठान करते हैं लेकिन इसका अभी तक भु्गतान नहीं हुआ।
वाराणसी, जेएनएन। कोटेदार प्रत्येक माह नकद रुपये जमाकर अंत्योदय व पात्र गृहस्थी कार्डधारकों के लिए राशन का उठान करते हैं। मार्च माह में लॉकडाउन के कारण सरकार ने तीन माह यानी अप्रैल, मई व जून तक प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना तहत मुफ्त में चावल वितरण कराया। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश सरकार की ओर से कोटेदारों द्वारा पैसा जमा करके उठाए गए राशन को अंत्योदय कार्डधारक के साथ मनरेगा, श्रम विभाग के लाभार्थियों को मुफ्त में गेंहू, चावल वितरित कराया गया। परंतु अभी तक कोटेदारों को इसके रुपये नहीं दिए गए, जिसकी वजह से कोटेदारों को अगस्त माह का नियमित खाद्यान्न उठान में दिक्कत हो रही है क्योंकि जेब में पैसे नहीं हैं। यही नहीं कोटेदारों से खाली बोरा भी तीन महीने से लिया जा रहा है। इसका भी भुगतान नहीं किया गया है। इसके अलावा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत वितरित गेहूं, चावल का कमीशन भी समायोजित नहीं किया गया है।
कोटेदारों से जबरन खाद्यान्न वितरण कराया जा रहा है
कोटेदार संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष गिरीश तिवारी ने कहा कि कोटेदारों से जबरन खाद्यान्न वितरण कराया जा रहा है। कोटेदारों के समक्ष भुखमरी की समस्या आ गई है। चेतावनी दी है कि शीघ्र कोटेदारों के खाद्यान्न का रुपये, बोरो का रुपये व कमीशन का भुगतान न किया गया तो आने वाले दिनों में खाद्यान्न वितरण ठप कर दिया जाएगा। इससे कार्ड धारकों को परेशानी होगी। इस दिशा में जल्द से जल्द भुगतान कर व्यवस्था को ठीक करने की आवश्यकता है।
घटतौली मिलने पर कोटे की दुकान निलंबित
उप जिलाधिकारी ने सेवापुरी विकास खंड के बनौली गांव में जांच में अनियमितता मिलने पर राशन की दुकान को निलंबित कर दिया है। उन्होंने बताया कि शिकायत आई थी कि कोटेदार कार्डधारकों को राशन देने में मनमानी करता है। जांच में घटतौली मिलने पर दुकान को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही पूर्ति निरीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा गया है।