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काशी विद्यापीठ : दिसंबर के अंतिम सप्ताह से होंगी सेमेस्टर परीक्षाएं, अनुत्तीर्ण छात्रों को राहत देने के लिए बनी सहमति

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने सेमेस्टर परीक्षाएं दिसंबर के अंतिम सप्ताह से कराने का निर्णय लिया है। इस क्रम में स्नातक व स्नातकोत्तर के सभी पाठ्यक्रमों में दाखिला इसी माह के अंत तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 18 Nov 2021 07:30 AM (IST)Updated: Thu, 18 Nov 2021 07:30 AM (IST)
काशी विद्यापीठ : दिसंबर के अंतिम सप्ताह से होंगी सेमेस्टर परीक्षाएं, अनुत्तीर्ण छात्रों को राहत देने के लिए बनी सहमति
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने सेमेस्टर परीक्षाएं दिसंबर के अंतिम सप्ताह से कराने का निर्णय लिया है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने सेमेस्टर परीक्षाएं दिसंबर के अंतिम सप्ताह से कराने का निर्णय लिया है। इस क्रम में स्नातक व स्नातकोत्तर के सभी पाठ्यक्रमों में दाखिला इसी माह के अंत तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।

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कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई परीक्षा समिति की बैठक में स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों मेें अनुत्तीर्ण छात्रों को राहत देने पर भी विमर्श किया गया। हालांकि इसके स्वरूप क्या होगा। इस पर अंतिम सहमति नहीं बन सकी है। दरअसल स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में इस बार बड़ी संख्या में छात्र फेल हुए हैं। ऐसे छात्र विश्वविद्यालय प्रशासन पर पुनर्मूल्यांकन कराने का दबाव बनाए हुए हैं। वहीं पुनर्मूल्यांकन की व्यवस्था शासन स्तर से समाप्त कर दी गई है। इसे देखते हुए मूल्यांकन का परीक्षण करने के लिए विद्यापीठ ने एक समिति भी गठित की थी। हालांकि इससे छात्रों के रिजल्ट पर कोई असर नहीं पड़ा। इसे देखते हुए इसे परीक्षा समिति में रखा गया था, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन परीक्षा समिति के फैसले को गोपनीय बनाए हुए हैं। वहीं सदस्यों का कहना है कि परीक्षा समिति ने छात्रों को राहत देने की सहमति बन गई है। दूसरी ओर विद्यापरिषद 20 नवंबर को व कार्यपरिषद 23 नवंबर को बुलाई गई है।

छात्रों में कौशल विकास की क्षमता विकसित करेगा काशी विद्यापीठ

युवाओं में कौशल विकास के प्रति बढ़ती रुचि को देखते हुए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने छात्रों को स्किल्स इंडिया से जोडऩे का निर्णय लिया है। इस क्रम में अर्थशास्त्र विभाग ने यंग स्किल्ड इंडिया के साथ एक समझौता भी किया है। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों में कौशल विकास की क्षमता विकसित करना है।

जनसंपर्क अधिकारी डा. नवरत्न ङ्क्षसह ने बताया कि छात्रों में कौशल विकास की क्षमता विकसित करने के लिए छह माह का सर्टिफिकेट कोर्स भी चलाने पर भी निर्णय लिया गया है, ताकि विद्यार्थियों को विभिन्न कंपनियों में आसानी से रोजगार मिल सके। उन्होंने बताया कि यंग स्किल्ड इंडिया छात्रों और कर्मचारियों की उत्पादकता में सुधार के लिए एक राष्ट्रीय स्तर का मंच है। यह युवाओं में रोजगार कौशल, व्यावसायिक नौकरी कौशल और क्षमता निर्माण, उद्यमिता और स्टार्टअप की क्षमता विकसित कराने के लिए कार्य कर रही है।

प्राकृतिक चिकित्सा पर पोस्टर प्रदर्शनी आज

राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के उपलक्ष्य में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में 18 नवंबर को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इस मौके पर योग एवं नेचुरोपैथी के छात्र प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग पर आधारित पोस्टर प्रदर्शनी भी लगाएंगे। समारोह का शुभारंभ प्रभात फेरी के माध्यम से किया जाएगा।


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