काशी विद्यापीठ : कैमरे का पता नहीं, राउटर का फरमान, वेबकास्टिंग से मॉनिटरिंग की राह में कई बधाएं
परीक्षा की ऑनलाइन मॉनिटरिंग के लिए संबद्ध कालेजों को वायस रिकार्डरयुक्त सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर के साथ अनिवार्य रूप से राउटर लगाने का निर्देश दिया है।
वाराणसी, जेएनएन। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक की वार्षिक परीक्षाएं फरवरी के अंतिम सप्ताह में प्रस्तावित है। विवि ने केंद्र बनाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। वहीं इस वर्ष परीक्षा की ऑनलाइन मॉनिटरिंग के लिए संबद्ध कालेजों को वायस रिकार्डरयुक्त सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर के साथ अनिवार्य रूप से राउटर लगाने का निर्देश दिया है। लेकिन तमाम कालेजों के क्लास रूम में कैमरे तक नहीं लगे हैं। यही नहीं, विद्यापीठ के क्लास रूम में भी नहीं लगा है। ऐसे में संबद्ध कालेजों ने अपने विद्यापीठ से अमल करने का सुझाव दिया है। कहा कि संसाधन के अभाव में कई कालेजों ने राउटर लगाने में असमर्थता जताई है।
संबद्ध कालेज भी पवित्रता पूर्वक परीक्षा कराने के लिए कटिबद्ध है। वहीं सीसीटीवी कैमरा व राउटर लगाने के लिए संसाधन को लेकर चिंतित है। खास तौर पर राजकीय व अनुदानित कालेजों के पास सीमित संसाधन है। विद्यापीठ स्ववित्तपोषित महाविद्यालय प्रबंधन एसोसिएशन के अध्यक्ष नागेश्वर सिंह का कहना है कि निजी कालेज अपने स्रोत से राउटर लगवा सकते हैं लेकिन इंटरनेट की कनेक्टविटी बेहद खराब है। वहीं कैमरा व राउटर लगवाने को कालेजों को पर्याप्त समय मिलना चाहिए। स्नातक की परीक्षा एक माह के भीतर शुरू होने वाली है। ऐसे में बगैर वित्तीय संसाधन के राउटर लगवाना संभव नहीं होगा।