काशी विद्यापीठ : परीक्षा के 24 घंटे पहले बदले 11 केंद्र, परिवर्तित केंद्रों की सूची वेबसाइट पर अपलोड
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक की वार्षिक परीक्षा से 24 घंटे पूर्व विवि प्रशासन ने 11 केंद्र बदल दिए।
वाराणसी, जेएनएन। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक की वार्षिक परीक्षा 20 फरवरी से ही चल रही है। संबद्ध कालेजों में भी परीक्षाएं बुधवार से शुरू हो गईं। परीक्षा से 24 घंटे पूर्व विवि प्रशासन ने 11 केंद्र बदल दिए। इससे परीक्षार्थियों को एक से दूसरे महाविद्यालय की दौड़ लगानी पड़ी। कई परीक्षार्थी देर से केंद्र पर पहुंचे। हालांकि किसी की परीक्षा छूटने की सूचना नहीं है।
स्नातक के 216582 परीक्षार्थियों के लिए वाराणसी, चंदौली, भदोही, मीरजापुर व सोनभद्र में 151 केंद्र बनाए गए हैं। केंद्रों की सूची पर करीब 50 से अधिक महाविद्यालयों ने आपत्ति दर्ज कराई थी। शुरू में विद्यापीठ प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। दबाव पर कई केंद्र इधर से उधर करने पड़े। कुलसचिव डा. एसएल मौर्य ने बताया कि संशोधित केंद्रों की सूची मंगलवार की रात विवि की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई थी और संबंधित केंद्रों को भी सूचित किया गया।
13 नोडल केंद्र भी बदले
कापी, पेपर उपलब्ध कराने के लिए काशी विद्यापीठ ने पांच जिलों में 18 नोडल केंद्र बनाया है। परीक्षा के एक दिन पूर्व 13 नोडल केंद्र भी बदल दिए गए।
बलिया के परीक्षार्थियों को सहूलियत
विद्यापीठ प्रशासन ने बलिया में केंद्र नहीं बनाया था। वहां के करीब 2500 परीक्षार्थियों का केंद्र महादेव महाविद्यालय (बरियासनपुर) था। आपत्ति के बाद इसे भी बदला गया। अब बलिया के परीक्षार्थी किसान पीजी कालेज (रकसा-बलिया) में ही परीक्षा देंगे।
कंट्रोल रूम से महज 18 केंद्र जुड़े
परीक्षा की वेबकास्टिंग के लिए ऑनलाइन दो-दो कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। डीएलडब्ल्यू स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय में क्षेत्रीय कंट्रोल रूम बनाया गया है जिससे सिर्फ 18 केंद्र ही जुड़ पाए हैं। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी ज्ञान प्रकाश वर्मा ने बताया कि करीब 65 केंद्र क्लाउड आइ-डी नहीं दिए हैं। गुरुवार से इन केंद्रों के जुडऩे की संभावना है।
ट्रायल में बीता पहला दिन
कुलपति प्रो. टीएन सिंह के निर्देश पर एक कंट्रोल रूम काशी विद्यापीठ के प्रशासनिक भवन में बनाया गया है। यहां से अभी केंद्र ऑनलाइन नहीं हो सके हैं क्योंकि पहला दिन ट्रायल में ही बीत गया।