कैमूर मुक्ति मोर्चा द्वारा अधौरा में विभिन्न कार्यालयों में तोड़फोड़ और पथराव
पड़ोसी राज्य बिहार के कैमूर-भभुआ जिला के अधौरा थाना एवं बाजार में धरना प्रदर्शन कर विभिन्न कार्यालयों में शुक्रवार को तोड़ फोड़ पथराव किया गया।
सोनभद्र, जेएनएन। पड़ोसी राज्य बिहार के कैमूर-भभुआ जिला के अधौरा थाना एवं बाजार में धरना प्रदर्शन कर विभिन्न कार्यालयों में शुक्रवार को तोड़ फोड़ पथराव किया गया। कैमूर मुक्ति मोर्चा के बैनर तले गुरुवार से ही सात सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा था। शुक्रवार दोपहर बाद मोर्चा के अध्यक्ष बालकेश्वर सिंह ने रेंजर व फारेस्टर को पांच मिनट के अन्दर ज्ञापन देने के लिए बुलवाया। जब पांच मिनट से अधिक समय होने लगा तो प्रदर्शन कर रहे महिला पुरूष कार्यालयों में घुसकर तोड़फोड़ करनें लगे।
वहीं इस दौरान थाने के गेट को बंदकर ताला लगा दिया गया ताकि कोई बाहर न निकल सके। इसके बाद भीड़ रेंज आफिस में घुसने का प्रयास करने लगी। वहां तैनात गार्डों ने सभी को रोकने की कोशिश करने लगे लेकिन प्रदर्शनकारी महिलाओं को लोगों ने आगे कर रखा था। जब गार्ड देखे कि अब प्रदर्शन कारी कार्यालय में घुस जाएंगे तो हवाई फायरिंग शुरू कर दिए। तब प्रदर्शनकारी टीम पर ईंट पत्थर चलाने लगे जिसमें आधा दर्जन लोग घायल हो गए।
जब अपर पुलिस अधीक्षक अभियान सुनीता कुमारी मौके पर पहुंचकर वार्ता करनें का प्रयास करनें लगीं तो प्रदर्शन कारी महिलाओं ने उनका बेल्ट खोल दिया और अभद्रता शुरू कर दिया तब तक भारी संख्या में भभुआ से पुलिस बल पहुंच कर लाठी चार्ज कर दिया। किसी तरह स्थिति को काबू में किया गया। शनिवार की सुबह भी बड़ी संख्या में पुलिस बल अधौरा मे तैनात की गई है। वहीं मौके पर कुछ उच्चाधिकारियों के आने की बात भी की जा रही है। अधौरा पुलिस रात से ही क्षति का आंकलन कर उपद्रवियों को चिन्हित कर कार्रवाई में जुट गई है।
इस तरह बढा बवाल
अधौरा क्षेत्र के आदिवासी वनवासी कई दशक से जंगल विभाग के भूमि पर घर बनाकर रह रहे थे। जोतने का भी काम लंबे समय से करते चले आ रहे हैं। बुधवार को वन विभाग अधौरा की टीम पहुंचकर वन भूमि पर कब्जा कि आदिवासी वनवासी के आशियाना को उजाडते हुए उनकी फसलों को भी नुकसान कर दिया। इसके आवेश में कैमूर मुक्ति मोर्चा के बैनर तले क्षेत्र के आदिवासी और वनवासियों ने बृहस्पतिवार को वन रेंज कार्यालय अधौरा को घेर कर दो दिवसीय धरना प्रदर्शन के लिए बैठ गये थे। प्रदर्शन के दूसरे दिन शुक्रवार को प्रदर्शनकारी अधिकारियों की बातों को सुनकर उग्र हो गये और तोडफोड के साथ पथराव भी कर दिया।