वाराणसी में टोलप्लाजा पर लग रहा जाम, रामनगर विश्वसुंदरी पुल से अखरी तक जाम से परेशानी
राष्ट्रीय राजमाार्ग- 19 (पहले एनएच 2) दिसंबर 2019 से गंगा पुल और सड़क की दुर्दशा तथा टोलप्लाजा पर असुविधाओं के कारण लगातार जाम का दंश जनता झेल रही है। 15 फरवरी से फास्टैग अनिवार्य को लेकर किये जा रहे टेस्टिंग में ही 10 किलोमीटर तक जाम लगने लगा।
वाराणसी, जेएनएन। राष्ट्रीय राजमाार्ग- 19 (पहले एनएच 2) दिसंबर 2019 से गंगा पुल और सड़क की दुर्दशा तथा टोलप्लाजा पर असुविधाओं के कारण लगातार जाम का दंश जनता झेल रही है। 15 फरवरी से फास्टैग अनिवार्य को लेकर किये जा रहे टेस्टिंग में ही 10 किलोमीटर तक जाम लगने लगा। चार दिन तक ऐसा जाम लगा कि शहर भी जाम की चपेट में आ गया। जिसके बाद जिला प्रशासन ने सात घंटे तक डाफी टोलप्लाजा को फ्री कराया और ओवरलोड गाड़ियों को रोककर होने वाली वसूली को रोक दिया। जिसके बाद भी जाम की समस्या बनी रही।
पिछले कई दिनों से एनएच सात टेंगरा मोड़ से मिर्जापुर सोनभद्र मार्ग पर कार्य चलने और खराब गाड़ियों के कारण भीषण जाम लग रहा है। इस मार्ग पर पेट्रोलिंग और क्रेन तथा संसाधन नहीं होने के कारण समस्या बढ़ रही है। जिसकी चपेट में वाराणसी औरंगाबाद हाइवे पर रामनगर से अखरी तक जाम लगने लगा है। जाम के कारण लोग 8 से 10 घंटे तक फंस रहे हैं। जाम को हटाने के लिए टोलप्लाज़ा कर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद दोपहर तक जाम समाप्त कराया।
फास्टैग की गाड़ियां हुई 80 फीसद के पार ,ओवरलोड गाडियों की संख्या बढ़ी
टोलप्लाजा हेड मनीष कुमार ने बताया कि फास्टैग अनिवार्य होने के बाद 80 फीसद के ऊपर गाड़ियों की संख्या हो चुकी है लेकिन ओवरलोड गाड़ियों के वजन और उनसे दोगुनी वसूली नहीं होने के कारण टोलप्लाजा और राजस्व का नुकसान हो रहा है। ओवरलोड गाड़ियों से फिर वसूली शुरू होने पर जाम की समस्या बढ़ सकती है।डाफी में बन रहे नए टोलप्लाजा पर आनन फानन पांच बूथ से वसूली शुरू की गई है जहां सुविधा न होने के कारण टेस्टिंग में जाम लग रहा है।