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सोनभद्र में 5742 किसानों को पांच करोड़ का बीमा क्लेम, बारिश से बर्बाद हो गई थी रबी की फसल

सोनभद्र में 5742 किसानों के नुकसान का आकलन बीमा कंपनी की तरफ से किया गया है। इतने किसानों को चार करोड़ 98 लाख 68 हजार 693 करोड़ फसल बीमा क्लेम उनके खाते में भेजा जाएगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 02 Jul 2020 04:12 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2020 05:24 PM (IST)
सोनभद्र में 5742 किसानों को पांच करोड़ का बीमा क्लेम, बारिश से बर्बाद हो गई थी रबी की फसल
सोनभद्र में 5742 किसानों को पांच करोड़ का बीमा क्लेम, बारिश से बर्बाद हो गई थी रबी की फसल

सोनभद्र, जेएनएन। जिले में इस बार रबी की फसल बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से काफी नुकसान हो गई थी। इससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। ग्राम पंचायतों में क्राप कटिंग के आधार पर 5742 किसानों के नुकसान का आकलन बीमा कंपनी की तरफ से किया गया है। इतने किसानों को चार करोड़ 98 लाख 68 हजार 693 करोड़ फसल बीमा क्लेम जल्द उनके खाते में भेजा जाएगा। किसानों की आय बढ़ाने और अन्नदाताओं की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए सरकार तमाम योजनाएं ला रही हैं। इसी में से एक है किसान फसल बीमा योजना। इसके तहत कुछ धनराशि किसान देता है और कुछ राज्य व केंद्र सरकार की तरफ से मिलती है। यानी प्रीमियम पहले ही जमा करा लिया जाता है। यह योजना इसलिए है कि किसी भी स्थिति में अगर किसान की फसल बर्बाद हो तो उसे मुआवजा मिल सके।

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जनपद में करीब एक लाख 93 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में खेती योग्य भूमि है। इसमें खेती करने वाले किसानों की संख्या करीब एक लाख 42 हजार है, लेकिन बेहतर खेती करने वाले किसानों की संख्या करीब 70 से 90 हजार हर साल होती है। इस वर्ष रबी की फसल के लिए कुल 19,506 किसानों ने बीमा कराया था। बारिश व ओलावृष्टि से इस बार किसानों की रबी की फसल काफी नुकसान हुई थी। 23 सौ किसानों के यहां क्राप कटिंग के आधार पर 5742 किसानों के फसलों के नुकसान का आकलन किया गया। इन किसानों के खाते में चार करोड़ 98 लाख 68 हजार 693 करोड़ फसल बीमा क्लेम जल्द भेजी जाएगी।

कैसी होती है फसल बीमा

किसी भी किसान की फसल का बीमा कराने के लिए उसे फसल का प्रीमियम देना पड़ता है। प्रति हेक्टेयर गेहूं पर 739.67 रुपये प्रीमियम किसान जमा करता है। चना में प्रति हेक्टेयर 551.88 रुपये प्रीमियम जमा करना होता है। हर फसल के लिए अलग-अलग बीमा धन निर्धारित होता है। रबी के समय गेहूं की खेती करने वाले किसानों को बीमा कराने पर कंपनी को कुल 15 फीसद प्रीमियम मिलता है। इसमें 1.5 फीसद किसानों का अंश होता है। बाकी राज्य और केंद्र का आधा-आधा अंश होता है। नियम के मुताबिक अगर सूखे की स्थिति हो गई, फसल बर्बाद हो गया तो बीमा धन का 25 फीसद बीमा कंपनी को तत्काल देना होता है।

एक नजर आंकड़ों पर

जिले में खेती योग्य भूमि : 1.93 लाख हेक्टेयर

कुल किसानों की संख्या : 1.42 लाख

रबी में बीमित किसान : 19,506

बीमित क्षेत्रफल : 25,718

प्रीमियम की धनराशि : एक करोड़ 90 लाख रुपये 

क्‍या बोले अधिकारी

उप कृषि निदेशक डीके गुप्ता ने बताया कि ग्राम पंचायतों में क्राप कटिंग के आधार पर क्षतिपूर्ति का आकलन किया गया है। इसमे 5742 किसानों की रबी की, जिसमे सबसे अधिक गेहूं की फसल नुकसान पाई गई है। इन किसानों को चार करोड़ 98 लाख 68 हजार 693 करोड़ फसल बीमा क्लेम मिलेगा।


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