अब चीनी और जापानी भाषा में भी पर्यटन स्थलों की जानकारी, थाई भाषा में तैयार ब्रोशर
भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ आने वाले बौद्ध पर्यटकों को अब चीनी जापानी व थाई भाषा में सूचनाएं दी जाएंगी।
वाराणसी, जेएनएन। भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ आने वाले बौद्ध पर्यटकों को अब चीनी, जापानी व थाई भाषा में सूचनाएं दी जाएंगी। इसके लिए पर्यटन विभाग ने हिंदी-अंग्रेजी के साथ ही इन विदेशी भाषाओं में भी ब्रोशर का प्रकाशन कराया है। इसमें ऐतिहासिक बौद्ध मंदिरों और इस धर्म से जुड़े सभी स्थलों की जानकारी दी गई है। बोधि वृक्ष, धमेख स्तूप, संग्रहालय, डीयर पार्क, मूलगंध कुटी बौद्ध मंदिर आदि के साथ ही इसमें भारत के राष्ट्रीय चिह्न को भी इसमें समाहित किया गया है।
इसे सारनाथ के साथ ही एयरपोर्ट, कैंट रेलवे स्टेशन और गंगा घाट पर बने पर्यटक पुलिस के बूथों पर रखा गया है। वास्तव में पर्यटन विस्तार के लिहाज से केंद्र सरकार ने हाल के वर्षों में बौद्ध धर्मानुयायियों की अधिकता वाले देशों पर खुद को केंद्रित किया है। इसे देखते हुए बौद्ध धर्म से जुड़े पर्यटन स्थलों की जानकारी संबंधित देशों की भाषा में प्रकाशित की जा रही है ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी से बचाते हुए सुविधाएं दी जा सकें। पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव के अनुसार भविष्य में वर्मा, श्रीलंका, वियतनाम समेत अन्य देशों की भाषाओं में भी ब्रोशर प्रकाशन की योजना है।
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