दाल पर अब महंगाई की मार, पंद्रह दिनों में खुदरा मूल्य में 15 रुपये की तेजी
पहले आलू और अब दाल की महंगाई ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। महंगाई के फंदे से बची अरहर दाल के खुदरा मूल्य में गत 15 दिनों में 15 रुपये की वृद्धि हो गई और पता भी नहीं चला। व्यापारियों ने अभी दाम में और तेजी की बात कही।
वाराणसी, जेएनएन। पहले आलू और अब दाल की महंगाई ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। महंगाई के फंदे से बची अरहर दाल के खुदरा मूल्य में गत 15 दिनों में 15 रुपये की वृद्धि हो गई और पता भी नहीं चला। विश्वेश्वरगंज किराना मंडी के थोक व्यवसायियों के मुताबिक हर वर्ष इस सीजन में दाल के दाम में बढ़ोतरी होती है। ऐसा इसलिए होता है कि पुराना स्टाक लगभग समाप्ति की ओर रहता है और नया स्टाक आने में अभी दो से तीन महीने का समय है। ऐसे में बचे स्टाक से मांग की पूर्ति करनी होती है। व्यापारियों ने अभी दाम में और तेजी की बात कही।
आएगी कटनी की दाल, तब राहत
विश्वेश्वरगंज किराना मंडी के थोक व्यवसायी प्रेम कुमार जायसवाल ने बताया कि जब तक बाजार में नई फसल नहीं आएगी तब तक दाल के भाव उतरने की उम्मीद नहीं है। सबसे पहले बाजार में महाराष्ट्र से नई फसल आती है। उससे भाव में थोड़ी नरमी जरूर आएगी, लेकिन अरहर दाल का भाव सामान्य तभी होगा जब कटनी की दाल प्रचुर मात्रा में आएगी।
रेट एक नजर में
वर्तमान 15 दिन पूर्व
अरहर दाल 95-100 80-85
उड़द दाल 90-110 80-100
चना दाल 65-70 60-65
मटर दाल 55-60 60-65
मसूर दाल 65-70 70-75
मूंग दाल 90-100 80-90
सरसो तेल 25 रुपये तो रिफाइंड तेल छह रुपये प्रति लीटर हुआ महंगा
पिछले तीन माह में धीरे-धीरे सरसों तेल के दामों में करीब 25 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है। इससे रसोई का बजट बिगड़ रहा है। तीन माह पूर्व सरसो का तेल फुटकर में 90-95 रुपये प्रति लीटर बिकरहा था। वर्तमान में 115-120 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। विश्वेश्वरगंज किराना मंडी के थोक तेल व्यवसायी दिलीप जायसवाल ने बताया कि मंडी में 115-120 रुपये लीटर तेल का भाव है। फुटकर दुकानदार एमआरपी पर बिक्री करते हैं। हालांकि इधर एक माह से स्टैंडर्ड तेल के दामों में कुछ इजाफा हुआ है। जिसके पीछे कई कारण है।