सोशल मीडिया पर महिलाओं को लेकर बढ़ रहे अपराध, शिकायत पहुंची आयोग के द्वार
सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर महिलाओं के साथ अपराध अश्लील मैसेज व वीडियो भेजना या फिर महिलाओं के फोटो को गलत तरीके से पोस्ट करने का मामला तेजी से बढ़ रहा है।
वाराणसी वंदना सिंह। सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर महिलाओं के साथ अपराध, अश्लील मैसेज व वीडियो भेजना या फिर महिलाओं के फोटो को सोशल मीडिया पर गलत तरीके से पोस्ट करने का मामला तेजी से बढ़ रहा है। ये सभी मामले अब राज्य महिला आयोग के दर तक पहुंच गए हैं।कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए अभी राज्य महिला आयोग की जनसुनवाई नहीं हो रही है। मगर आयोग पीड़ित महिलाओं की समस्या के समाधान के लिए सोशल मीडिया पर पूरी सक्रिय है।लॉकडाउन की शुुरुआत से ही आयोग पर केस आ रहे हैं और उस पर समाधान और कार्रवाई आयोग की सदस्य मीना चौबे द्वारा किया जा रहा है।चौकाने वाली बात ये है कि आयोग के पास आए ज्यादातर मामलों में महिलाओं के साथ किसी न किसी प्रकार से सोशल मीडिया के माध्यम से अपराध हो रहा है। कुछ में महिलाएं सोशल मीडिया के प्रभाव में आकर खुद को को फंसा ले रही हैं जिससे अराजक तत्वों द्वारा उनका उत्पीड़न किया जा रहा है।
आयोग के पाए कुल मामले के सापेक्ष 30 प्रतिशत मामले सोशल मीडिया पर महिलाओं के उत्पीड़न की है जिसकी शिकायत पीड़िताओं ने की है। इन तीन महीनों में आयोग के पास कुल मामले आए 86 इनमें से 23 मामले ऐसे हैं जिनमें महिलाएं या लड़कियां किसी तरह सोशल मीडिया के भंवर में फंस गई या उन्हें फंसा कर ब्लैकमेल किया जाने लगा। काफी मामले तो ऐसे भी थे जिनमें महिलाओं ने अपने नंबर को ब्लाक कर लिया क्योंकि उन्हें बदनामी का भय था। मगर कुछ मुखर होकर सामने आईं और शिकायत की। पीड़ित महिलाएं राज्य महिला आयोग के इस वाटसएप नंबर 6306511708 पर संपर्क कर सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 10 से शाम 5 बजे तक अपनी शिकायत लिखकर अपने आधार के साथ इस नंबर पर भेज सकती हैं। इसमें 15 साल से 45 साल की महिलाएं शामिल हैं जिनके साथ अपराध हो रहा है। ज्यादातर मामले बनारस और आस पास के जिलों के हैं।
आयोग के पास कुछ मामले बेहद गंभीर आए
आयोग के पास कुछ मामले बेहद गंभीर आए जिसमें एक युवक एक युवती को पहले सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपनी बातचीत के जाल में फंसाया। फिर उसे कांफिडेंस में लेकर एक दिन उसके साथ दुराचार का प्रयास किया। ये मामला आयोग तक पहुंचा जिसमें तत्काल कारवाई के लिए संबंधित थाने को निर्देश दिया। एक महिला अपने दोस्त के भावनात्मक बातों में फंसकर अपने प्राइवेट फोटो शेयर करने लगी थी। उसके बाद उसका दोस्त ब्लैकमेल करने लगा और यौन संबंध बनाने के लिए दबाव बनाने लगा। जब महिला को युवक की मंशा समझ आ गई और बात गंभीर होने लगी तो महिला आयोग के पास आकर न्याय की गुहार लगाने लगी। इसमें जांच के लिए आदेश दिया गया। इस पर कार्य चल रहा है।