Move to Jagran APP

वाराणसी जोन में मुख्तार अंसारी गिरोह की 140 करोड़ की संपत्ति ध्वस्त, 14 माह में 200 को भेजा जा चुका जेल

जोन के 10 जिलों में मऊ सदर सीट के विधायक व बांदा जेल में निरुद्ध मुख्तार अंसारी के गिरोह पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। वाराणसी मऊ गाजीपुर आजमगढ़ और बलिया सहित अन्य जिलों में मुख्तार व उसके गिरोह की 140 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति ध्वस्त की गई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 21 Jul 2021 07:50 AM (IST)Updated: Wed, 21 Jul 2021 07:50 AM (IST)
वाराणसी जोन में मुख्तार अंसारी गिरोह की 140 करोड़ की संपत्ति ध्वस्त, 14 माह में 200 को भेजा जा चुका जेल
विधायक व बांदा जेल में निरुद्ध मुख्तार अंसारी के गिरोह पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। जोन के 10 जिलों में मऊ सदर सीट के विधायक व बांदा जेल में निरुद्ध मुख्तार अंसारी के गिरोह पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। वाराणसी, मऊ, गाजीपुर, आजमगढ़ और बलिया सहित अन्य जिलों में मुख्तार व उसके गिरोह की 140 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति ध्वस्त की गई। पुलिस का कहना है कि ये अपराध से कमाई गई संपत्ति थी। साथ ही इस गिरोह की 85 करोड़ की संपत्ति गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त की गई है।

loksabha election banner

एडीजी जोन बृज भूषण शर्मा ने बताया कि पूर्वांचल में प्रतिबंधित थाई मांगुर मछली के अवैध कारोबार, रंगदारी व सरकारी विभागों के ठेके हथियाने पर रोक लगाकर मुख्तार गिरोह को करीब 61 करोड़ की आर्थिक चोट पहुंचाई गई।

गिरोह के 34 लोगों पर गैंगस्टर, 122 के लाइसेंस निरस्त

एडीजी जोन के मुताबिक गत वर्ष मई माह में अंतरराज्यीय गिरोह के सरगना मुख्तार अंसारी से जुड़े लोगों के खिलाफ मऊ से कार्रवाई की शुरूआत की गई थी। तब से लेकर अब तक 10 जिलों में मुख्तार गिरोह से जुड़े 34 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई हुई। 122 लोगों के असलहों के लाइसेंस पुलिस की रिपोर्ट पर निरस्त किए गए। अब भी ऐसे लोगों को चिह्नित करने का काम जारी है। गिरोह को संरक्षण देने वाले, जमानत लेने में मदद करने वाले और काली कमाई करने वाले 200 लोगों को साक्ष्य के आधार पर जेल भेजा जा चुका है।

शराब के अवैध कारोबार पर चोट

एडीजी ने बताया कि माफिया गिरोहों के साथ ही जोन के जिलों में शराब व पशु तस्करों के खिलाफ भी पुलिस की कार्रवाई जारी है। जोन में शराब के अवैध कारोबार से जुड़े लोगों की 28 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। इसके अलावा पशु तस्करी में लिप्त लोगों की साढ़े आठ करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है।

सजा दिलाना लक्ष्य

एडीजी ने कहा कि पुलिस को खासतौर पर एक बात समझायी गई है कि उनका लक्ष्य सिर्फ अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं बल्कि अदालत में ठोस साक्ष्य पेश कर प्रभावी पैरवी से उन्हें सजा दिलाना है। ऐसे में माफिया गिरोहों से जुड़े मुकदमों की विवेचना करने वाले दारोगा व इंस्पेक्टर की कार्यशैली व गतिविधि की निगरानी विशेष रूप से की जा रही है। दर्ज मुकदमे की कार्रवाई की क्या प्रगति है इसकी साप्ताहिक व पाक्षिक समीक्षा की जाती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.