वाराणसी में अब सिर्फ बीएचयू और डीडीयू हास्पिटल में ही भर्ती होंगे कोविड मरीज, संक्रमितों की संख्या हुई कम
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पीक पर रहने के दौरान आक्सीजनयुक्त बेड के साथ ही वेंटीलेटर की भी बहुत जरूरत बढ़ गई थी। मरीजों की संख्या और जरूरत को देखते हुए 53 निजी हास्पिटल सहित 10 सरकारी हास्पिटल को कोविड हास्पिटल में तब्दील कर सुविधाएं दी जा रही थीं।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पीक पर रहने के दौरान आक्सीजनयुक्त बेड के साथ ही वेंटीलेटर की भी बहुत जरूरत बढ़ गई थी। मरीजों की संख्या और जरूरत को देखते हुए 53 निजी हास्पिटल सहित 10 सरकारी हास्पिटल को कोविड हास्पिटल में तब्दील करते हुए एल-टू व एल-थ्री की सुविधाएं दी जा रही थीं। अब संक्रिय मरीजों की संख्या के साथ ही हास्पिटल में भर्ती मरीजों की तादाद भी बेहद कम है। ऐसे में स्वास्थ्य महकमे ने जिला अस्पताल व बीएचयू हास्पिटल को छोड़कर अन्य सभी कोविड हास्पिटल खत्म कर दिए गए हैं। यानी कोरोना के मरीज अब केवल पंडित दीन दयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय (डीडीयू) व शताब्दी सुपर स्पेशियलिटल ब्लाक (बीएचयू हास्पिटल) में ही भर्ती किए जाएंगे।
जनपद के 53 निजी अस्पतालों ने कोविड मान्यता समाप्त करने के लिए आवेदन किया था। सभी की मान्यता 16 जून को समाप्त करते हुए उन्हें 18 जून से नान कोविड चिकित्सीय सेवाएं शुरू करने के लिए आदेशित किया गया है। वहीं पंड़ित राजन मिश्र अस्थाई कोविड हास्पिटल, ट्रामा सेंटर, सेंट्रल हास्पिटल बरेका, मंडलीय हास्पिटल एनईआर, होमी भाभा कैंसर हास्पिटल, एलबीएस हास्पिटल रामनगर, राजकीय आयुर्वेदिक कालेज व ईएसआइसी हास्पिटल में भर्ती मरीजों को भी उनकी स्थिति के हिसाब से बीएचयू व डीडीयू में शिफ्ट किया जा रहा है। इन अस्पतालों में नान कोविड चिकित्सीय सेवाएं अगले सप्ताह से शुरू कर दी जाएंगी।
निजी अस्पतालों के साथ ही आठ अन्य सरकारी अस्पतालाें में कोरोना का इलाज बंद कर दिया गया
निजी अस्पतालों के साथ ही आठ अन्य सरकारी अस्पतालाें में कोरोना का इलाज बंद कर दिया गया है। अब केवल पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय हास्पिटल व बीएचयू हास्पिटल में ही कोरोना मरीजों का इलाज किया जाएगा। शेष हास्पिटल नान कोविड सेवाओं का संचालन करेंगे।
- डा. वीबी सिंह, सीएमओ-वाराणसी।