वाराणसी में कोरोना संक्रमण काल में 40 फीसद बढ़ी आयुर्वेदिक औषधियों की मांग, दो माह का स्टॉक एडवांस मंगाया
कोरोना संक्रमण की वजह से इम्यूनिटी बढ़ाने वाली दवाओं की मांग 40 फीसद तक अचानक बढ़ गई है। मुख्य रूप से आयुर्वेदिक औषधियों की। इसमें गिलोय घनवटी गिलोय-नीम जूस आंवला जूस व च्यवनप्राश की मांग अधिक हैं। आर्डर सामान्य से 40 फीसद अधिक है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल की सबसे बड़ी दवा मंडी सप्तसागर वाराणसी में है। यहीं से पूरे पूर्वांचल में दवाओं की आपूर्ति की जाती है। कोरोना संक्रमण की वजह से इम्यूनिटी बढ़ाने वाली दवाओं की मांग 40 फीसद तक अचानक बढ़ गई है। मुख्य रूप से आयुर्वेदिक औषधियों की। इसमें गिलोय घनवटी, गिलोय-नीम जूस, आंवला जूस व च्यवनप्राश की मांग अधिक हैं। इसके मद्देनजर थोक विक्रताओं ने कंपनियों से दो माह के एडवांस स्टॉक की मांग की है। कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को लेकर सभी लोग सतर्क हो गए हैं। शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए नींबू व संतरे कर सेवन खूब कर रहे हैं।
आर्डर सामान्य से 40 फीसद अधिक
5000 पैकेट गिलोय-घनवटी, 10 पेटी गिलोय नीम जूस, 50 पेटी च्यवनप्राश व दो पेटी आंवला जूस का आर्डर कंपनियों को भेजा गया है। यह आर्डर सामान्य से 40 फीसद अधिक है।
- आनंद कुमार, केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्य एवं आयुर्वेदिक औषधियों के थोक विक्रेता।
दवाओं की अचानक बढ़ी खपत, तीन माह की एडवांस डिमांड भेजी
कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद वाराणसी एवं आसपास के जिलों में अचानक ही जरूरी दवाओं की मांग बढ़ गई है। इसे ध्यान में रखते हुए थोक दवा व्यापारियों ने लगभग तीन माह की एडवांस डिमांग कंपनियों को भेज दी है। दवा उत्पादन कंपनियों को अलर्ट करने के साथ ही सप्लाई चेन सुचारू रखने की भी सलाह दी गई है। इसे गंभीरता से लेते हुए केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ ही जिला प्रशासन ने भी कंपनियों से संपर्क साधा है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज खन्ना बताते हैं कि वर्तमान में कोरोना एवं इम्यूनिटी बढ़ाने वाले दवाएं पर्याप्त है। इसलिए लोगों को घबराने की जररूत नहीं है। उन्होंने अपील की है कि लोग पैनिक होकर दवाओं का स्टोर नहीं करें। कारण कि सभी दवाएं एडवांस में तीन माह के लिए मांग भेजी गई है। आइबर माइसिटीन, विटामिन सी और डी, सिट्रीजिन, पैरासीटामॉल, डॉक्सीसाइक्लीन के साथ ही कैंसर व शुगर की दवाएं भी काशी के साथ ही पूरे पर्वांचल के लिए पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।