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आजमगढ़ में कर्ज लिए रुपये के विवाद में दोस्तों ने की थी राकेश की हत्या, दो आरोपित गिरफ्तार

दीदारगंज क्षेत्र में दो दिन पूर्व प्रधान के चचेरे देवर की हत्या और कोई नहीं बल्कि उसके दोस्तों ने रुपये के लेन-देन के विवाद में की थी। पुलिस ने शनिवार को इस हत्याकांड का पटाक्षेप कर दो हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि चार आरोपित पुलिस पकड़ से दूर हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sat, 02 Jan 2021 04:52 PM (IST)Updated: Sat, 02 Jan 2021 04:52 PM (IST)
आजमगढ़ में कर्ज लिए रुपये के विवाद में दोस्तों ने की थी राकेश की हत्या, दो आरोपित गिरफ्तार
प्रधान के चचेरे देवर की हत्या उसके दोस्तों ने रुपये के लेन-देन के विवाद में की थी।

आजमगढ, जेएनएन। दीदारगंज क्षेत्र में दो दिन पूर्व प्रधान के चचेरे देवर की हत्या और कोई नहीं बल्कि उसके दोस्तों ने ही रुपये के लेन-देन के विवाद में की थी। पुलिस ने शनिवार को इस हत्याकांड का पटाक्षेप कर दो हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि चार आरोपित पुलिस पकड़ से दूर हैं।

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दीदारगंज थाना क्षेत्र के सुरहन गांव निवासी राकेश सिंह की चचेरी भाभी हेमलता ग्राम प्रधान हैं। स्वजन का आरोप था कि 30 दिसंबर की शाम को लगभग छह बजे घर पर आए दोस्त राकेश को अपने साथ बुलाकर ले गए थे। दूसरे दिन 31 दिसंबर की सुबह राकेश का रक्त रंजित शव सुरहन (कोटिया) गांव स्थित सड़क किनारे मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। राकेश के बड़ा भाई निलेश की तहरीर पर पुलिस ने उसके दोस्त सलीम के खिलाफ नामजद व अन्य अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज घटना की जांच शुरु कर दी थी। एसपी सुधीर सिंह ने राकेश सिंह हत्याकांड का पटाक्षेप करते हुए बताया कि इस हत्याकांड में शामिल राकेश के दोस्त सलीम ग्राम बेलवाना थाना बरदह, सोनू सिह उर्फ धर्मेन्द्र सिंह ग्राम दुबरा थाना दीदारगंज निवासी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जबकि इस हत्याकांड में राधेश्याम यादव ग्राम दुबरा थाना बरदह, अनन्त राय ग्राम बेलवाना थाना बरदह, सत्यम राय पुत्र विजेन्द्र ग्राम गोरिया थाना बिलरियागंज निवासी अभी पुलिस पकड़ से दूर हैं।

एसपी ने बताया कि आरोपित सलीम व अनन्त राय ने राकेश सिंह से 6 लाख रुपया उधार लिए थे। उक्त रुपये को वे वापस नहीं कर पा रहे थे। आरोपित सोनू उर्फ धर्मेन्द्र सिंह भी अपनी बहन की शादी के लिए मृत राकेश सिंह से तीन लाख रुपये उधार लिए थे। रुपये वापस न करने पर  राकेश सिंह ने उन पर दबाव बनाना शुरु कर दिया था। इसी बात से नाराज होकर आरोपितों ने राकेश की हत्या की योजना बनाई। 

योजना के तहत 30 दिसंबर की शाम आरोपित राकेश को घर से बाइक से लेकर से मौजा बाजार आए। वहां से कार से जौनपुर एक रेस्टोरेंट पर दावत खाने के बहाने लेकर पहुंचे। वापस आते समय राकेश सिंह को कार के आगे की सीट पर बैठाकर पीछे से चाकू से मारकर हत्या कर दिये। शव को सुरहन कोटिया गांव के पास फेंक दिये थे। पुलिस ने हत्याकांड में प्रयुक्त कार, दो चाकू, राकेश की बाइक, टोपी व टूटा मोबाइल बरामद कर लिया है।


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