वारणसी में 15 स्वास्थ्य केंद्रों पर कोरोना का टीकाकरण, पीएम ने लाभार्थियों से की बातचीत
शहर में कोरोना वायरस टीकाकरण की कड़ी में आज शुक्रवार को भी फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना रोधी टीका लगाया जाएगा। इसके लिए सुबह दस बजे से शाम पांंच बजे तक स्वास्थ्य केंद्राें पर लगाने की तैयारी सुबह से ही विभाग के स्तर पर चलती रही।
वाराणसी, जेएनएन। शहर में कोरोना वायरस टीकाकरण की कड़ी में आज शुक्रवार को भी फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना रोधी टीका लगाया जा रहा है। इसके लिए सुबह दस बजे से शाम पांंच बजे तक स्वास्थ्य केंद्राें पर लगाने की तैयारी सुबह से ही विभाग के स्तर पर चलती रही। शाम पांच बजे तक आयोजित दो सत्रों में कुल 3017 लाभार्थियों को टीके लगाए जाएंगे। समय से पहले ही कई केंद्रों पर वैक्सीन रवाना कर दी गई।
वहींं महिला अस्पताल में मैट्रन पुष्पा देवी व वैक्सिनेटर रानी कुंवर श्रीवास्तव, जिला अस्पताल में सीएमएस डा. वी शुक्ला, एसएलटी रमेश चंद्र, स्वीपर अप्सरी बेगम, सीएचसी हाथी पर एएनएम श्रृंखला चौहान पीएम संंग वर्चुअल संवाद में शामिल रहे।
शुक्रवार को सीएचसी अराजीलाइन, सीएचसी चोलापुर, पीएचसी बड़ागांव, पीएचसी हरहुआ, सीएचसी पिंडरा (गंगापुर मंगरी), अर्बन सीएचसी शिवपुर, सीएचसी मिसिरपुर, सीएचसी नरपतपुर, सीएचसी हाथी बाजार, जिला महिला चिकित्सालय-कबीरचौरा, जिला चिकित्सालय-पांडेयपुर, आइएमएस-बीएचयू व ट्रामा सेंटर, बरेका रेलवे हास्पिटल, हेरिटेज मेडिकल कालेज, एलबीएस हास्पिटल रामनगर में टीकाकरण किया जा रहा है। वहीं दोपहर एक बजे के बाद सीएचसी हाथी बाजार, जिला महिला चिकित्सालय- कबीरचौरा, जिला चिकित्सालय-पांडेयपुर में कोरोना वायरस का टीका लगाने और लगवाने वालों से पीएम नरेंद्र मोदी बातचीत करेंगे। इसके लिए भी इन केंद्रों पर सुबह से ही तैयारियों को अंतिम रूप देते अधिकारी और कर्मचारी नजर आए।
एक दिन पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी अपने इंटरनेट मीडिया से 22 जनवरी, 2021 को वाराणसी में कोविड टीकाकरण अभियान के लाभार्थियों और टीके लगाने वालों के साथ दोपहर 1:15 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत करने की जानकारी दी थी। बताया था कि बातचीत में भाग लेने वाले टीकाकरण के बारे में अपने प्रत्यक्ष अनुभव साझा किया। बताते चलें कि दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का सुचारू रूप से संचालन सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री की वैज्ञानिकों, राजनीतिक नेताओं, अधिकारियों और अन्य हितधारकों के साथ निरंतर संवाद और चर्चा चल रही है।