वाराणसी में बेटे को असलहा दिखाना पिता को पड़ा महंगा, शिकायत पर पुलिस ने भेजा जेल
वाराणसी के चिरईगांव में पिता द्वारा बेटे को असलहा दिखाकर धमकाना महंगा पड़ गया। बेटे ने पिता के इस हरकत की सूचना डायल 112 पर दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पिता को असलहा सहित मौके से गिरफ्तार कर लिया।
वाराणसी, जेएनएन। चिरईगांव में पिता द्वारा बेटे को असलहा दिखाकर धमकाना महंगा पड़ गया। बेटे ने पिता के इस हरकत की सूचना डायल 112 पर दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पिता को असलहा सहित मौके से गिरफ्तार कर लिया और पुलिस ने आरोपित पिता को आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर शनिवार को जेल भेज दिया। पिता के कारनामों को उजागर करने की पुत्र की पहल की जहां क्षेत्र में काफी चर्चा रही वहीं पुलिस ने भी पुत्र द्वारा शिकायत करने की प्रशंसा की है।
चिरईगांव में मां को लेकर बेटे को पिता ने आक्रोश में आकर अपने कमर में खोंसे अवैध असलहे को निकालकर धमकी देना भारी पड़ गया। पिता द्वारा असलहा दिखाकर धमकी देने के मामले में पुत्र द्वारा ही पिता के खिलाफ पुलिस को शिकायत करनी पड़ी। पुत्र द्वारा पिता के कारनामों की जानकारी दी गई तो पुलिस को यकीन ही नहीं हुआ। हालांकि, शिकायत मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच की तो पिता के पास से अवैध असलहा मिलने के बाद आनन फानन पिता को पुत्र की शिकायत पर हिरासत में ले लिया गया।
यह था मामला
चौबेपुर क्षेत्र के मुस्तफाबाद गांव में पति पत्नी के विवाद में पति ने अवैध असलहे से धमकाने की कोशिश की तो बेटे ने पुलिस को सूचना दे दी। पहुंची पुलिस ने पति को अवैध असलहे संग गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।मुस्तफाबाद निवासी सूर्यप्रकाश ऊर्फ काजू सिंह ने अपने पिता जयप्रकाश सिंह द्वारा अवैध असलहा दिखाकर धमकाने की सूचना दी। जिसपर 112 नंबर की पुलिस पहुंची तो पता चला कि पति-पत्नी के रिश्तों में सम्बंध अच्छे नहीं हैं। उसको लेकर आते दिन विवाद होता रहता है। बेटे की सूचना पर महिला के पति जयप्रकाश सिंह को 315 बोर का अवैध तमंचा और दो कारतूस के साथ आर्म्स एक्ट के तहत जेल भेज दिया।
बोले थानाध्यक्ष
थानाध्यक्ष चौबेपुर राजेश त्रिपाठी ने बताया कि मुस्तफाबाद निवासी सूर्यप्रकाश उर्फ काजू सिंह ने पिता जयप्रकाश सिंह द्वारा अवैध असलहा और दो कारतूस संग पकड़ लिया। शनिवार को पीएचसी चिरईगांव पर चिकित्सकीय परीक्षण कराकर जेल भेज दिया। इस मामले में बेटे की शिकायत पर कार्रवाई की गई तो मामला जांच में सही पाया गया।