Move to Jagran APP

IIT-BHU ने किया शुरू देश में पहली बार संयुक्त पीएचडी प्रोग्राम, अधिकतम 20 शोध छात्र ले सकेंगे प्रवेश

भारत में पहली बार दो शैक्षणिक संस्थानों द्वारा संयुक्त रूप से पीएचडी कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। इसके लिए आइआइटी-बीएचयू और आइआइटी-गुवाहाटी के बीच शुक्रवार को एमओयू पर हुआ। अगले साल जुलाई से एक साथ यह संयुक्त पीएचडी प्रोग्राम आरंभ हो जाएगा।

By saurabh chakravartiEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 05:40 AM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 05:40 AM (IST)
IIT-BHU ने किया शुरू देश में पहली बार संयुक्त पीएचडी प्रोग्राम, अधिकतम 20 शोध छात्र ले सकेंगे प्रवेश
भारत में पहली बार दो शैक्षणिक संस्थानों द्वारा संयुक्त रूप से पीएचडी कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है।

वाराणसी, जेएनएन। भारत में पहली बार दो शैक्षणिक संस्थानों द्वारा संयुक्त रूप से पीएचडी कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। इसके लिए आइआइटी-बीएचयू और आइआइटी-गुवाहाटी के बीच शुक्रवार को एमओयू पर हुआ। अगले साल जुलाई से एक साथ यह संयुक्त पीएचडी प्रोग्राम आरंभ हो जाएगा जिससे दोनों संस्थानों के अंत:विषय अनुसंधान कार्यक्रम को बढ़ावा मिलेगा। शुक्रवार को हुई वर्चुअल बैठक में निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन और आइआइटी गुवाहाटी के निदेशक प्रो. टीजी सीथाराम ने एमओयू पर हस्ताक्षर किया। प्रो. जैन ने बताया कि देश में यह पहला मौका है जब दो आइआइटी एक साथ संयुक्त पीएचडी प्रोग्राम की शुरूआत करने जा रहे हैं। इसके पीछे नेटवर्क आफ एक्सीलेंस के निर्माण की भावना है। वहीं आइआइटी परिषद ने इस संयुक्त डिग्री कार्यक्रम को शुरू करने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने बताया कि इस पहल से दोनों संस्थानों के शोधार्थी और विशेषज्ञ समाज और देशहित के लिए एक साथ कार्य कर सकेंगे।

loksabha election banner

इंजीनियरिंग, साइंस और ह्यूमैनिटी के सभी विषयों में शोध करने के लिए दोनों संस्थाओं के दस शोध छात्र ही इसमें हिस्सेदारी कर सकेंगे। इनके मार्गदर्शन के लिए दोनों संस्थानों में दो अलग-अलग सुपरवाइजर रहेंगे और ये शोधार्थी दोनों संस्थानों के पुरा छात्र भी कहलाएंगे। पीएचडी पूरी होने पर इन्हें दोनों संस्थानों की संयुक्त डिग्री भी प्रदान की जाएगी। इस दौरान प्रो. जैन ने कहा कि इसी तरह से एक संयुक्त एमटेक कार्यक्रम भी दोनों संस्थानों के मध्य जल्द शुरू होगा। कार्यक्रम में डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रोफेसर एसबी द्विवेदी, एसोसिएट डीन डा. विकास कुमार दुबे, डा. राजेश कुमार उपाध्याय, एसोसिएट प्रोफेसर समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

स्नातकोत्तर का परीक्षा परिणाम घोषित : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में स्नातकोत्तर (पीजी) परीक्षा के परिणाम घोषित किए जाने का क्रम जारी है। कुलसचिव डा. एसएल मौर्य के मुताबिक शुक्रवार को बीबीए छठा सेमेस्टर के अलावा एमए (दर्शनशास्त्र, उर्दू, मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास, अंग्रेजी, सांख्यिकी, गणित) चतुर्थ सेमेस्टर तथा एमएससी (जीव विज्ञान, रसायन, वनस्पति) चतुर्थ सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया गया है। विश्वविद्यालय व संबद्ध महाविद्यालयों का परीक्षा परिणाम वेबसाइट पर भी अपलोड है। कहा कि जिन कालेजों द्वारा अब तक प्रायोगिक व मौखिक परीक्षा का अंक चिट उपलब्ध नहीं करना है। उनके कालेज का परीक्षा परिणाम फिलहाल रोक दिया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.